लोकतंत्र की मजबूती में खासो-आम रहे साथ, हेलीकाप्टर से पहुंच शिबू सोरेन ने किया मतदान

0
317

Sibu Soren after casting his vote in Bokaro.

बोकारो ः मतदान के जरिये लोकतंत्र को मजबूत करते हुए देश को उचित दिशा एवं दशा देने में हर खासो-आम ने अपनी सहभागिता निभायी। अधिकारी से लेकर कर्मचारी तथा मंत्री से लेकर संतरी तक ने भी उत्साह से मतदान किया। इसी क्रम में राज्य सरकार के पूर्व मुख्यमंत्री एवं झामुमो सुप्रीमो शिबू सोरेन रविवार सुबह हेलीकाप्टर से बोकारो पहुंचे और पूरी गर्मजोशी के साथ अपने मताधिकार का प्रयोग किया। सेक्टर- 4 स्थित मजदूर मैदान में उनका हेलीकाप्टर उतरा, जहां से सड़क-मार्ग से होकर वह सेक्टर-1सी में संत जेवियर स्कूल स्थित बूथ संख्या- 331 पहुंचे और वोट डालकर एक सजग नागरिक का परिचय दिया। इस दौरान उनके साथ मतदान केन्द्र पर कांग्रेस के झारखंड प्रदेश महासचिव सह प्रवक्ता राजेश ठाकुर, बोकारो महानगर झामुमो अध्यक्ष मंटू यादव आदि लोग मौजूद थे।इधर, झारखंड सरकार के मंत्री अमर कुमार बाउरी ने चंदनकियारी में कतारबद्ध होकर आम वोटर की तरह अपने मताधिकार का प्रयोग किया।

  • Varnan Live Report.
Previous articleबोकारो जिले में 61.2 % व गिरिडीह लोकसभा क्षेत्र में 65.9 % मतदान
Next articleतपिश को देकर मात, उमड़ पड़ी जमात : लोकतांत्रिक आस्था के महापर्व पर उमड़ा जनसैलाब
मिथिला वर्णन (Mithila Varnan) : स्वच्छ पत्रकारिता, स्वस्थ पत्रकारिता'! DAVP मान्यता-प्राप्त झारखंड-बिहार का अतिलोकप्रिय हिन्दी साप्ताहिक अब न्यूज-पोर्टल के अवतार में भी नियमित अपडेट रहने के लिये जुड़े रहें हमारे साथ- facebook.com/mithilavarnan twitter.com/mithila_varnan ---------------------------------------------------- 'स्वच्छ पत्रकारिता, स्वस्थ पत्रकारिता', यही है हमारा लक्ष्य। इसी उद्देश्य को लेकर वर्ष 1985 में मिथिलांचल के गर्भ-गृह जगतजननी माँ जानकी की जन्मभूमि सीतामढ़ी की कोख से निकला था आपका यह लोकप्रिय हिन्दी साप्ताहिक 'मिथिला वर्णन'। उन दिनों अखण्ड बिहार में इस अख़बार ने साप्ताहिक के रूप में अपनी एक अलग पहचान बनायी। कालान्तर में बिहार का विभाजन हुआ। रत्नगर्भा धरती झारखण्ड को अलग पहचान मिली। पर 'मिथिला वर्णन' न सिर्फ मिथिला और बिहार का, बल्कि झारखण्ड का भी प्रतिनिधित्व करता रहा। समय बदला, परिस्थितियां बदलीं। अन्तर सिर्फ यह हुआ कि हमारा मुख्यालय बदल गया। लेकिन एशिया महादेश में सबसे बड़े इस्पात कारखाने को अपनी गोद में समेटे झारखण्ड की धरती बोकारो इस्पात नगर से प्रकाशित यह साप्ताहिक शहर और गाँव के लोगों की आवाज बनकर आज भी 'स्वच्छ और स्वस्थ पत्रकारिता' के क्षेत्र में निरन्तर गतिशील है। संचार क्रांति के इस युग में आज यह अख़बार 'फेसबुक', 'ट्वीटर' और उसके बाद 'वेबसाइट' पर भी उपलब्ध है। हमें उम्मीद है कि अपने सुधी पाठकों और शुभेच्छुओं के सहयोग से यह अखबार आगे और भी प्रगतिशील होता रहेगा। एकबार हम अपने सहयोगियों के प्रति पुनः आभार प्रकट करते हैं, जिन्होंने हमें इस मुकाम तक पहुँचाने में अपना विशेष योगदान दिया है।

Leave a Reply