झरिया पुनर्वास के कार्यों में आयेगी तेजी

0
279

संवाददाता
रांची :
नीति आयोग और झारखंड सरकार की संयुक्त बैठक झारखंड मंत्रालय में हुई, जिसमें झरिया पुनर्वास से संबंधित कार्यों में तेजी लाने पर जोर दिया गया। नीति आयोग के उपाध्यक्ष डॉ राजीव कुमार ने कहा कि झारखंड सरकार ने भारतमाला परियोजना में साहेबगंज से लेकर झारखंड के अन्य बड़े शहरों को जोड़ते हुए जमशेदपुर-धनबाद-धामरा पोर्ट तक 790 किलोमीटर फोर लेन सड़क को जोड़ने में सहयोग मांगा है। कैंपा फंड से दामोदर नदी और स्वर्णरेखा नदी को भी जोड़ने की मांग की गयी है। झरिया पुनर्वास से संबंधित कार्यों में तेजी लाने का निर्देश आयोग की ओर से दिया गया है। बैठक में इस मसले पर विचार-विमर्श भी हुआ। सहमति बनी कि इस मसले पर दिल्ली में झारखंड के मुख्यमंत्री और कोयला मंत्रालय व नीति आयोग की बैठक होगी, जिसमें झरिया पुनर्वास से संबंधित मुद्दों के निराकरण के उपाय खोजे जायेंगे। उन्होंने बताया कि राज्य सरकार के साथ कई महत्वपूर्ण मुद्दों की समीक्षा की गयी। राज्य और केंद्र से जुड़े मुद्दों का समाधान कैसे हो और नीति आयोग उसमें अपनी भूमिका बेहतर तरीके से निभाये, इस पर जोर दिया गया। नीति आयोग ने झारखंड में शिक्षा के क्षेत्र में हुई प्रगति की सराहना की। कम उम्र में विवाह, कुपोषण इत्यादि समस्या को दूर करने के लिए राज्य सरकार द्वारा उठाये गये कदम की प्रशंसा की। नीति आयोग के उपाध्यक्ष ने कहा कि झारखंड में शिक्षा के क्षेत्र में बेहतर काम हुआ है। 10 लाख महिलाओं का कौशल विकास किया जा रहा है, जो बेहतर प्रयास है। उन्होंने बैठक को संतोषजनक बताते हुए कहा कि झारखंड सरकार के साथ आपसी समन्वय बनाकर यह बैठक साल में दो बार आयोजित की जायेगी। 

राज्य सरकार विकास के लिए प्रतिबद्ध : मुख्यमंत्री


मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कहा कि सरकार राज्य के सवा तीन करोड़ लोगों के विकास के लिए प्रतिबद्ध है। लोगों को अच्छी स्वास्थ्य सुविधा, शिक्षा और आधारभूत संरचना मिले, इसके लिए लगातार कार्य किये जा रहे हैं। समयबद्ध तरीके से योजनाओं को लागू किया जा रहा है। उनके नतीजे भी दिख रहे हैं। श्री दास ने कहा कि सामाजिक क्षेत्र और शिक्षा के क्षेत्र में झारखंड में काफी सुधार हुआ है। आनेवाले समय में इसमें और सुधार होगा। इसी प्रकार स्वास्थ्य के क्षेत्र में भी राज्य सरकार लगातार बेहतर कर रही है। हमारा लक्ष्य है, इन क्षेत्रों में राज्य को प्रथम पंक्ति में पहुंचाने का। राज्य सरकार और नीति आयोग मिलकर अच्छा काम कर रहे हैं। आनेवाले समय में यह साझेदारी इसी प्रकार से बनी रहे। आयोग हमारी अपेक्षाओं को समझ रहा है और हमारी कमियों में सुधार के लिए सहयोग कर रहा है। इसी का नतीजा है कि सभी क्षेत्रों में झारखंड की रैंकिंग में न केवल सुधार हो रहा है, बल्कि कई क्षेत्रों में झारखंड अग्रणी राज्य है। बैठक राज्य हित में सफल: मुख्य सचिव मुख्य सचिव डॉ डीके तिवारी ने कहा कि नीति आयोग के साथ बैठक काफी अच्छी रही। समय-समय पर नीति आयोग का महत्वपूर्ण मार्गदर्शन राज्य सरकार को मिलता रहता है। नीति आयोग ने झारखंड में शिक्षा के क्षेत्र में हुए कार्यों की सराहना की है। झारखंड में शिक्षा के स्तर में गुणवत्तापूर्ण सुधार हुआ है। साहेबगंज से लेकर राज्य के अन्य बड़े बड़े शहरों को जोड़ते हुए धनबाद-जमशेदपुर-धामरा पोर्ट को भारतमाला परियोजना में जोड़ने का प्रयास राज्य सरकार कर रही है। डॉ तिवारी ने बताया कि बोकारो में टूल सेंटर स्थापित करने पर चर्चा हुई। कैंपा फंड में दामोदर और स्वर्णरेखा की सफाई पर भी फोकस के लिए अनुरोध किया गया। आने वाले समय में झारखंड में शिक्षा और स्वास्थ्य पर फोकस पूरा फोकस रहे, इस कार्ययोजना पर विचार किया गया। उन्होंने कहा कि स्कूलों के विलय से शिक्षा की गुणवत्ता पर थर्ड पार्टी मूल्यांकन का कार्य आइआइएम रांची कर रही है। राज्य में जल संचयन को लेकर डोभा बेहतरीन प्रयोग रहा है।


मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कहा कि सरकार राज्य के सवा तीन करोड़ लोगों के विकास के लिए प्रतिबद्ध है। लोगों को अच्छी स्वास्थ्य सुविधा, शिक्षा और आधारभूत संरचना मिले, इसके लिए लगातार कार्य किये जा रहे हैं। समयबद्ध तरीके से योजनाओं को लागू किया जा रहा है। उनके नतीजे भी दिख रहे हैं। श्री दास ने कहा कि सामाजिक क्षेत्र और शिक्षा के क्षेत्र में झारखंड में काफी सुधार हुआ है। आनेवाले समय में इसमें और सुधार होगा। इसी प्रकार स्वास्थ्य के क्षेत्र में भी राज्य सरकार लगातार बेहतर कर रही है। हमारा लक्ष्य है, इन क्षेत्रों में राज्य को प्रथम पंक्ति में पहुंचाने का। राज्य सरकार और नीति आयोग मिलकर अच्छा काम कर रहे हैं। आनेवाले समय में यह साझेदारी इसी प्रकार से बनी रहे। आयोग हमारी अपेक्षाओं को समझ रहा है और हमारी कमियों में सुधार के लिए सहयोग कर रहा है। इसी का नतीजा है कि सभी क्षेत्रों में झारखंड की रैंकिंग में न केवल सुधार हो रहा है, बल्कि कई क्षेत्रों में झारखंड अग्रणी राज्य है। 

बैठक राज्य हित में सफल: मुख्य सचिव

मुख्य सचिव डॉ डीके तिवारी ने कहा कि नीति आयोग के साथ बैठक काफी अच्छी रही। समय-समय पर नीति आयोग का महत्वपूर्ण मार्गदर्शन राज्य सरकार को मिलता रहता है। नीति आयोग ने झारखंड में शिक्षा के क्षेत्र में हुए कार्यों की सराहना की है। झारखंड में शिक्षा के स्तर में गुणवत्तापूर्ण सुधार हुआ है। साहेबगंज से लेकर राज्य के अन्य बड़े बड़े शहरों को जोड़ते हुए धनबाद-जमशेदपुर-धामरा पोर्ट को भारतमाला परियोजना में जोड़ने का प्रयास राज्य सरकार कर रही है। डॉ तिवारी ने बताया कि बोकारो में टूल सेंटर स्थापित करने पर चर्चा हुई। कैंपा फंड में दामोदर और स्वर्णरेखा की सफाई पर भी फोकस के लिए अनुरोध किया गया। आने वाले समय में झारखंड में शिक्षा और स्वास्थ्य पर फोकस पूरा फोकस रहे, इस कार्ययोजना पर विचार किया गया। उन्होंने कहा कि स्कूलों के विलय से शिक्षा की गुणवत्ता पर थर्ड पार्टी मूल्यांकन का कार्य आइआइएम रांची कर रही है। राज्य में जल संचयन को लेकर डोभा बेहतरीन प्रयोग रहा है।

Previous article|सम्पादकीय| …और बिखर गया जातिवादी गठबंधन
Next articleअयोध्या के संतों ने ममता को भेजे ‘जय श्री राम’ लिखे पोस्टकार्ड, कहा- श्रीराम का विरोध छोड़ो या फिर भारत
मिथिला वर्णन (Mithila Varnan) : स्वच्छ पत्रकारिता, स्वस्थ पत्रकारिता'! DAVP मान्यता-प्राप्त झारखंड-बिहार का अतिलोकप्रिय हिन्दी साप्ताहिक अब न्यूज-पोर्टल के अवतार में भी नियमित अपडेट रहने के लिये जुड़े रहें हमारे साथ- facebook.com/mithilavarnan twitter.com/mithila_varnan ---------------------------------------------------- 'स्वच्छ पत्रकारिता, स्वस्थ पत्रकारिता', यही है हमारा लक्ष्य। इसी उद्देश्य को लेकर वर्ष 1985 में मिथिलांचल के गर्भ-गृह जगतजननी माँ जानकी की जन्मभूमि सीतामढ़ी की कोख से निकला था आपका यह लोकप्रिय हिन्दी साप्ताहिक 'मिथिला वर्णन'। उन दिनों अखण्ड बिहार में इस अख़बार ने साप्ताहिक के रूप में अपनी एक अलग पहचान बनायी। कालान्तर में बिहार का विभाजन हुआ। रत्नगर्भा धरती झारखण्ड को अलग पहचान मिली। पर 'मिथिला वर्णन' न सिर्फ मिथिला और बिहार का, बल्कि झारखण्ड का भी प्रतिनिधित्व करता रहा। समय बदला, परिस्थितियां बदलीं। अन्तर सिर्फ यह हुआ कि हमारा मुख्यालय बदल गया। लेकिन एशिया महादेश में सबसे बड़े इस्पात कारखाने को अपनी गोद में समेटे झारखण्ड की धरती बोकारो इस्पात नगर से प्रकाशित यह साप्ताहिक शहर और गाँव के लोगों की आवाज बनकर आज भी 'स्वच्छ और स्वस्थ पत्रकारिता' के क्षेत्र में निरन्तर गतिशील है। संचार क्रांति के इस युग में आज यह अख़बार 'फेसबुक', 'ट्वीटर' और उसके बाद 'वेबसाइट' पर भी उपलब्ध है। हमें उम्मीद है कि अपने सुधी पाठकों और शुभेच्छुओं के सहयोग से यह अखबार आगे और भी प्रगतिशील होता रहेगा। एकबार हम अपने सहयोगियों के प्रति पुनः आभार प्रकट करते हैं, जिन्होंने हमें इस मुकाम तक पहुँचाने में अपना विशेष योगदान दिया है।

Leave a Reply