चिन्मय परिवार व ओलम्पिक संघ ने मनाया विश्व खेल पत्रकारिता दिवस
संवाददाता
बोकारो। ‘जन-जन में खेल का ज्ञान विकसित करना, उन्हें दुनिया भर की खेल गतिविधियों से अवगत कराते रहना पत्रकारिता की ही देन है। वस्तुतः पत्रकारिता समाज का दर्पण है और खासकर, प्रिन्ट मीडिया की महत्ता और विश्वसनीयता को नकारा नहीं जा सकता है।’ यह कहना है चिन्मय मिशन, बोकारो की आचार्या स्वामिनी संयुक्तानंद सरस्वती का। बोकारो के चिन्मय विद्यालय में विद्यालय परिवार एवं ओलम्पिक संघ की ओर से मंगलवार को आयोजित विश्व खेल पत्रकारिता दिवस के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम को बतौर मुख्य अतिथि संबोधित करते हुए उन्होंने उक्त बातें कही। उन्होंने पत्रकारिता के जरिये खेल के क्षेत्र की छुपी प्रतिभाओं को उजागर कर इससे जुड़े पिछड़ेपन को दूर करने पर भी बल दिया।
विशिष्ट अतिथि चिन्मय विद्यालय के सचिव महेश त्रिपाठी ने पत्रकारिता में खेल संबंधी विभाजन, इसकी विशिष्टता तथा खेलों तथा खेल प्रतिभाओं को प्रोत्साहन देने की दिशा में खेल पत्रकारों व प्रिन्ट मीडिया की भूमिका पर चर्चा की। उन्होंने कहा कि खेल पत्रकारिता अपने-आप में अलग, संघर्षपूर्ण व महत्वपूर्ण विधा है। विद्यालय के प्रभारी प्राचार्य अशोक कुमार झा ने पत्रकारों के सामाजिक सम्मान, समाज व राष्ट्र के विकास में पत्रकारिता की भूमिका पर प्रकाश डाला। साथ ही, सामाजिक तथ्यों को उजागर करने का संदेश दिया।

इसके पूर्व कार्यक्रम का संचालन कर रहे बोकारो जिला ओलम्पिक संघ के सचिव गोपाल ठाकुर ने विश्व खेल पत्रकारिता दिवस की पृष्ठभूमि रेखांकित की तथा भारत में इसके कम प्रचलन पर चिन्ता व्यक्त की। उन्होंने कहा कि खेल पत्रकार जोखिम भरे वातावरण में अपने कार्यों की बदौलत खेल व खेल-प्रतिभाओं के उत्थान में लगे रहते हैं, जिनका सम्मान आवश्यक है। विद्यालय के खेल शिक्षक सह खेल पत्रकार संजीव कुमार सिंह के समन्वयन में आयोजित इस कार्यक्रम की समाप्ति पर धन्यवाद ज्ञापन ओलम्पिक संघ के बोकारो जिला अध्यक्ष विपिन कुमार सिंह ने किया। मौके पर ओलम्पिक संघ के विपिन कुमार सिंह, विद्यालय के रजनीश चौधरी सहित अन्य लोग मौजूद थे। समारोह के दौरान बोकारो के कई खेल पत्रकारों को सम्मानित भी किया गया।
- Varnan Live.