संवाददाता
बोकारो : कहीं सम्मान तो कहीं हलकान, यही स्थिति है इन दिनों बोकारो जिले के किसानों की। एक तरफ उन्हें जहां प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के तहत कृषकों को किश्तवार राशि दी जा रही है, वहीं दूसरी तरफ सरकार द्वारा समय पर धान बीज की आपूर्ति नहीं किये जाने से जिले के किसान काफी हताश हैं। बीते हफ्ते यहां सेक्टर-5 स्थित बोकारो क्लब में बतौर मुख्य अतिथि झारखंड सरकार की शिक्षा मंत्री डा. नीरा यादव ने लगभग 25 हजार किसानों के खाते में प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के तहत प्रथम एवं द्वितीय किस्त का वितरण कराया। डीबीटी के जरिये राशि जमा करायी गयी। मंत्री डा. नीरा ने डमी चेक से 18 किसानों को सांकेतिक तौर पर किस्त प्रदान की। मौके पर मंत्री ने कहा कि यह पहली बार है जब किसी सरकार ने किसानों के बारे में भी सोचा और उन्हें सम्मान दिया। मीडियाकर्मियों से बातचीत के क्रम में मंत्री ने कहा कि किसान खाद-बीज जैसी छोटी-छोटी आवश्यकताओं के लिए कर्ज लिया करते थे और कृषि से होने वाला मुनाफा ब्याज में चला जाता था। उनके इस दुख और समस्या को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने समझा। प्रधानमंत्री ने किसानों के सम्मान में प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना की शुरूआत की, जिसका लाभ प्रदेश के लाखों किसानों को मिल रहा है और शेष बचे किसानों को भी इस योजना का लाभ मिलेगा। उन्होंने कहा, अब किसानों को खेती की छोटी-छोटी जरूरतों के लिए कर्ज नहीं लेना पड़ेगा। उन्होंने मोदी व रघुवर सरकार को किसानों की हिमायती सरकार बताते हुए कहा कि केन्द्र और प्रदेश की सरकार हमेशा से गरीब और साधनविहीन लोगों की जरूरतों के हिसाब से योजनाएं बनाती हैं। इससे पूर्व जिलेभर से आए लाभुक किसानों को योजना के तहत प्रथम और द्वितीय किस्त की धनराशि उनके अकाउंट में सीधे ट्रांसफर किया गया। मौके पर बेरमो विधायक योगेंद्र महतो बाटुल, सांसद प्रतिनिधि डा. लम्बोदर महतो, उपायुक्त कृपानंद झा, मंत्री प्रतिनिधि जयदेव राय, बोकारो विधायक प्रतिनिधि संजय त्यागी आदि मौजूद थे।
न मिल रहा बीज, न मिल सका मुआवजा
सरकार द्वारा समय पर धान बीज की आपूर्ति नहीं किये जाने से परेशान जिले के किसान बाजार से ऊंची कीमत पर धान बीज खरीदने पर मजबूर हैं। बोकारो जिला भाजपा किसान मोर्चा के उपाध्यक्ष राजदेव माहथा ने बताया कि बोकारो जिले में किसानों को सरकार की ओर से अब तक धान के बीज मुहैया नहीं कराये गये हैं, जिसके कारण दोहरे दाम पर वे बाजार से इसे खरीद रहे हैं। उन्होंने कहा कि रोहिणी नक्षत्र में किसान धान बीज की बुआई करते हैं, जबकि अभी आर्द्रा नक्षत्र बीतने जा रहा है और सरकार द्वारा अनुदानित धान बीज उन्हें उपलब्ध नहीं हो पा रहे हैं। उन्होंने इसे किसानों के लिए चिन्ताजनक बताते हुए राज्य सरकार और जिला प्रशासन से इस दिशा में त्वरित कार्रवाई करने का अनुरोध किया है, ताकि धान की सही उपज हो सके।

श्री माहथा ने यह भी कहा कि पिछले साल सुखाड़ की स्थिति थी, लेकिन आज तक सरकार की ओर से उसके मुआवजे की राशि भी किसानों को नहीं दी जा सकी है। मुख्यमंत्री आशीर्वाद योजना के तहत किसानों को 25 हजार रुपया देना था, लेकिन किसानों के खाते में वह राशि भी नहीं आयी है। इसके अलावा प्रधानमंत्री मोदी जी ने भी किसानों को छह हजार रुपये तीन किश्तों में दिये जाने की घोषणा की थी, लेकिन कुछ किसानों के खाते में ही अभी तक मात्र दो हजार रुपये प्राप्त हो सके हैं। श्री माहथा ने केन्द्र व राज्य सरकारों से किसान-हित में की गई घोषणाओं पर शीघ्र अमल करने की मांग की है, ताकि किसानों को समय रहते इसका लाभ मिल सके और वे नयी तकनीक से उन्नत खेती करने के लिए अपना कदम आगे बढ़ा सकें।
तीन माह पहले भेजा था प्रस्ताव : डीएओ
जिले में धान बीज की अनुपलब्धता के बारे में पूछने पर बोकारो के जिला कृषि पदाधिकारी राजीव मिश्रा ने दूरभाष पर बताया कि जिले में अभी तक धान बीज की आपूर्ति नहीं हो सकी है। दरअसल, उन्होंने तीन माह पहले ही सरकार के पास इसके लिए अपना प्रस्ताव भेजा था, लेकिन धान बीज आज तक अनुपलब्ध है। उन्होंने बताया कि अनुदानित धान बीज की आपूर्ति होने पर ही उसका वितरण किसानों के बीज किया जा सकेगा।