बच्चा चोरी की अफवाह के आतंक में बोकारो

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Symbolic Photo (Courtesy - google images)
  • Deepak Jha.

बोकारो : इन दिनों पूरे बिहार-झारखंड में बच्चा-चोरी की हवा सी चली हुई है। हकीकत से कहीं ज्यादा, या यूं कहें कि लगभग पूरी तरह से बस यह अफवाह ही अब तक साबित हुई है। बोकारो भी इस समस्या से अछूता नहीं है। बीते एक हफ्ते के भीतर बोकारो में कथित बच्चा चोरी की कोशिशें और खुद बच्चों द्वारा भी खुद के अपहरण का ताना-बाना बुनने के मामले भी सामने आये। खबर भेजे जाने तक जांच में जो सच्चाई सामने आयी, उससे साफ होता है कि बच्चा चोरी की अफवाह ने जिले भर में आतंक मचा रखा है और लगातार कई निर्दोष लोग उसके जहां शिकार हो रहे हैं, वही पुलिस प्रशासन वाले हलकान हैं।

उल्लेखनीय है कि हाल के दिनों में बोकारो के सेक्टर-3, बोकारो थर्मल, चंदनकियारी सहित कई क्षेत्रों से बच्चा चोरी की अफवाहें सामने आयीं। बोकारो थर्मल में दो बच्चे इसलिये खुद घर से भाग गये, क्योंकि उन्हें उनकी दादी ने खैनी खाते हुए पकड़ लिया था और फिर उनकी पिटाई की थी। बच्चे इतने शातिर थे कि उन्होंने अपने परिजन को किसी और फोन से संपर्क खुद का अपहरण हो जाने की झूठी जानकारी दी। जब वे बरामद हुए और पुलिस ने सख्ती ने जांच की तो पूरी हकीकत साफ हो सकी। इसी प्रकार सेक्टर-3 में शर्मा मोड़ से हर्ष नामक एक 12 साल के स्कूली बच्चे के गायब हो जाने का मामला सामने आया। उसे खोजने में संबंधित सिटी थाने की पुलिस के साथ-साथ रेलवे पुलिस तक परेशान रही। रोते परिजन की परेशानियों और बेचैनियों की तो बात ही छोड़ दीजिये। जांच में पता चला कि उस बच्चे को धनबाद में अपने एक रिश्तेदार के घर जाना था और लैपटॉप खरीदना था। उसके पिता राज कुमार चौहान ने भी खुद पुलिस के सामने इसकी आशंका जतायी और कहा कि इसी चक्कर में वह खुद घर से निकलकर रास्ता भटक गया होगा। वह मूरी रेलवे स्टेशन से बोकारो की ट्रेन में बैठा और बोकारो में आरपीएफ ने उसे वनांचल एक्सप्रेस ट्रेन से सकुशल बरामद किया।
इसी प्रकार जिले के चंद्रपुरा थाने के समीप शनिवार की शाम बच्चा चोर की अफवाह में कुछ लोगों ने एक महिला की पिटाई कर दी। बाद में पता चला कि वह महिला विक्षिप्त थी। लोगों ने उसे पिटाई के बाद पुलिस के हवाले किया। चास में भी बच्चा चोर की अफवाह में आधे घंटे तक पुलिस परेशान रही। लोगों ने चास के आनंदा होटल को खुलवाकर हरेक कमरे में एक-एक व्यक्ति की तलाशी ली, लेकिन बच्चा चोर हाथ नहीं लगा। बमनिया गली के पास बच्चा चोर होने की अफवाह उड़ी और वहां से दौड़ते हुए लोग चेकपोस्ट तक आ गए। पुलिस भी होटल आनंद पहुंच गई, लेकिन न तो लोगों को कुछ मिला और नहीं पुलिस को। बाद में पता चला कि कुछ लोगों ने एक फेरीवाले को देखकर बच्चा चोर की अफवाह फैला दी थी। इसके पहले चंदनकियारी के बरमसिया में बच्चा चोरी के अफवाह में लोगों ने एक अनजान महिला को पकड़ लिया था। महिला के कुछ नहीं जवाब देने पर लोगों ने उसे थाना के हवाले कर दिया।
चंदनकियारी में ही बीते दिनों प्रखण्ड स्थित कुमिरडोभा गांव में बच्चा चोरी की अफवाह पर ग्रामीणों ने पिंड्राजोरा थाना क्षेत्र के चापाटांड़ निवासी रोजी-रोटी की तलाश में भटकते मजदूर बानेश्वर तिवारी (50) को पकड़कर उसके साथ बदलसूकी की, फिर चंदनकियारी थाना को सौंप दिया। दूसरी ओर मुरचागढा में बच्चा चोरी के अफवाह में पिटाई का शिकार हुई एक बूढ़ी महिला को पुलिस ने सकुशल बरामद कर महिला थाना, चास भेज दिया। वह अपने बारे में पुलिस को कुछ भी नही बता पा रही थी।
इधर बच्चा चोर की अफवाह फैलाकर मारपीट करने और पुलिस के साथ धमकी करते हुए सरकारी कामकाज में बाधा डालने को लेकर पिंड्राजोरा और चंदनकियारी थाने में अलग-अलग घटनाओं के संदर्भ में 230 लोगों पर प्राथमिकी दर्ज कराई गई है। पिंड्राजोरा थाना प्रभारी निरंजन कुमार मिश्र की ओर से दर्ज कराई गई प्राथमिकी में समीर बाउरी, उर्फ शाहरुख खान सहित कुल डेढ़ सौ लोगों के विरुद्ध मामला दर्ज किया गया है। दर्ज एफआईआर में भंडरो के डोगरी गोड़ा मैदान में बच्चा चोर के नाम पर एक युवक को बांधकर रखने और उसकी पिटाई किए जाने की बात सामने आई। वहीं चंदनकियारी पुलिस ने सूर्यगढ़ा में बच्चा चोर की अफवाह में एक महिला की पिटाई के मामले को लेकर प्रदीप रजवार, दिलीप रजवार सहित 80 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है।

 

सत्यता परखना जरूरी

पुलिस सूत्रों के अनुसार दो-तीन महीना पहले ही सिटी थाना क्षेत्र में ही मात्र सात-आठ साल के एक बच्चे ने इसी तरह खुद के अगवा करने की साजिश रची थी, जिसका भंडाफोड़ सीसीटीवी फुटेज में हुआ था। इन घटनाओं को देखते हुए तो यही कहा जा सकता है कि आजकल के बच्चे अब अपनी उम्र से पहले ही बड़े हो जा रहे हैं और अपनी इच्छापूर्ति के लिये या फिर मात्र अभिभावकों की डांट-फटकार से बचने के लिये इस तरह खुद के अपहरण का ताना-बाना बुन रहे हैं। बता दें कि इन दिनों बच्चा चोरी की अफवाह में जगह-जगह मॉब लिंचिंग की घटनाएं भी सामने आयी हैं। ऐसे में मामले को पूरी सत्यता से जाने बिना किसी भी निष्कर्ष पर पहुंचना सही नहीं होगा। इस दिशा में बच्चों के अभिभावकों को अपने बच्चों पर खास ध्यान और निगरानी रखने की जरूरत है, नहीं तो पुलिस ऐसे ही परेशान होती रहेगी और बेकसूर मॉब लिंचिंग जैसी सामाजिक समस्या का शिकार होते रहेंगे।

 

उपायुक्त ने दिया जागरुकता का निर्देश

इन दिनों बच्चा चोरी के नाम पर जगह-जगह मॉब लिंचिंग की घटनाएं सामने आती हैं। ऐसे में प्रशासन इसे लेकर जिले में काफी चुस्ती और सतर्कता बरत रहा है। उपायुक्त मुकेश कुमार ने भी इस मामले में ठोस दिशा-निर्देश जारी किए हैं। उपायुक्त ने चास व बेरमो के अनुमंडल पदाधिकारियों, सभी प्रखंडों के प्रखंड विकास पदाधिकारियों व अंचलाधिकारियों के साथ-साथ सभी पुलिस उपाधीक्षकों व थाना प्रभारियों को अपने-अपने क्षेत्र अंतर्गत जन-प्रतिनिधियों एवं समाज के गणमान्य व्यक्तियों के साथ विशेष जागरुकता अभियान चलाने का निर्देश दिया है।

 

कानून हाथ में लिया तो होगी कठोरतम कार्रवाई

जिले में बच्चा-चोरी की अफवाह में जगह-जगह मारपीट की घटनाओं को लेकर एसपी पी. मुरुगन ने कहा कि लोग बिना सोचे-समझे, जाने पहचाने और बिना पुलिस को सूचित किए सीधे कानून को अपने हाथ में ले ले रहे हैं। यह सरासर गलत बात है। अगर कोई संदिग्ध व्यक्ति दिखाई देता है तो उस गांव के पुराने लोगों के साथ उसकी बातचीत होनी चाहिए। पूछताछ होनी चाहिए। फिर स्थानीय थाने को एवं डायल 100 पर सूचित कर कानूनी तरीके से इस पर काम किया जाना चाहिए, लेकिन केवल संदेह के आधार पर किसी के साथ मारपीट किया जाना कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। किसी को यह अधिकार नहीं है कि वह कानून को अपने हाथ में ले और किसी के साथ भी मारपीट कर दे। उसे चाहिए कि पुलिस को सर्वप्रथम इसकी जानकारी दे। एसपी ने एक खास बातचीत में जोर देते हुए कहा कि बच्चा चोरी की आड़ में इस तरह जो लोग कानून को अपने हाथ में लेंगे, उनके ऊपर भी सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी। इतना ही नहीं, सोशल मीडिया पर भी जो लोग बच्चा चोरी की अफवाहें फैलाएंगे, उनके ऊपर भी कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने बताया कि जिले भर की पुलिस को उन्होंने इस मामले में हाई अलर्ट पर रहने का निर्देश दिया है। कहा कि इस तरह के मामले में पुलिस को तत्काल वहां पहुंचकर सबसे पहले किसी को भीड़तंत्र की हिंसा का शिकार नहीं होने देना है। सबसे पहले उसका बचाव किया जाना है, उसके बाद इस मामले की गंभीरता के साथ छानबीन की जानी है। पिंड्राजोरा में दंपत्ति के साथ हुई मारपीट के मामले में एसपी ने जांच जारी होने की बात कही।

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  • Varnan Live.

 

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