कानून-व्यवस्था ठप होने और पुलिस पर सरकार के लिए वसूली का जड़ा आरोप
विजय कुमार झा
बोकारो ः ‘अब लोकसभा चुनाव की घोषणा होने में कुछ एक ही दिन बचे हैं। भारतीय जनता पार्टी लोकसभा चुनाव के दृष्टिकोण से काफी पहले से तैयारी कर रही है। पिछले लोकसभा चुनाव में झारखंड में 14 में से 12 सीटें मिली थीं। इस बार हम सब लोग लगे हुए हैं कि 14 में से 14 सीटें एनडीए गठबंधन की झोली में जाए। इसके लिए पार्टी की ओर से अनेक कार्यक्रम चलाये जा रहे हैं।’ यह बातें राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री एवं भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने कही। श्री मरांडी गुरुवार को धनबाद में लोकसभा चुनाव संचालन समिति की बैठक में जाने से पूर्व बोकारो में पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे।
मोदी सरकार की गिनाई उपलब्धियां
श्री मरांडी ने पिछले दस वर्षों के दौरान मोदी सरकार की उपलब्धियां गिनाते हुए कहा कि चाहे प्रधानमंत्री आवास हो, गरीबों के घर में शौचालय हो, गरीबों को स्वास्थ्य सुविधा, आयुष्मान कार्ड, मुफ्त में राशन, घरों तक गैस कनेक्शन उपलब्ध कराना, किसानों के खाते में साल में छह हजार रुपया भेजना सहित कई ऐसे कार्य, जो मोदी सरकार ने देश के लिए किये हैं, वे बेमिसाल हैं। देश की सीमा सुरक्षित की गई है, देश के अन्दर भी जो सुरक्षा का अभाव पैदा हुआ था, 2014 से पहले देश की क्या हालत थी, हम सबको पता है और आज क्या है, हम सभी देख रहे हैं। देश के अन्दर विगत दस वर्षों में जो इन्फ्रास्ट्रक्चर बना, वह अद्भुत है। चाहे सड़क हो या हवाई अड्डा हो, रेलवे हो चाहे विकास के जितने पैमाने हों, चारों ओर बहुत तेजी से काम हो रहा है। दुनिया में भी भारत की प्रतिष्ठा बढ़ी है। दुनिया की कई एजेंसियों के सर्वे के अनुसार धरती पर जो सबसे लोकप्रिय नेता हैं, वे भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी हैं। उन्होंने कहा कि गरीब कल्याण योजना और देश को आत्मनिर्भर बनाने के जो काम मोदी सरकार ने किये हैं, उन मुद्दों को लेकर हम जनता के बीच जा रहे हैं। गांव चलो अभियान, लाभार्थी सम्पर्क, युवा, महिला सभी को पार्टी के साथ मजबूती से जोड़ने के कार्यक्रम लगातार चल रहे हैं।
राज्य में सिर्फ नेतृत्व बदला, काम का रंग-ढ़ंग नहीं
श्री मरांडी ने कहा कि झारखंड में जिस प्रकार से हेमंत सोरेन और चम्पई सोरेन के नेतृत्व में साढ़े चार साल सरकार चली, नेतृत्व बदला है, लेकिन काम का कोई रंग-ढ़ंग नहीं बदला है। साढ़े चार वर्षों में जिस प्रकार से इन लोगों ने राज्य को लूटा है, वह सबके सामने हैं। उसके कारण पूर्व के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन जी आज जेल में हैं। आज भी जिस प्रकार से ताबड़तोड़ पैसे लेकर ट्रांसफर-पोस्टिंग का खेल चल रहा है, तो लगता नहीं है कि सरकार ने अपने आपको सुधारा है। राज्य में विधि-व्यवस्था बद से बदतर स्थिति में है, कानून-व्यवस्था नाम की कोई चीज नहीं रह गई है। उन्होंने कहा कि आज चम्पई सोरेन जी के नेतृत्व में इस प्रकार की सरकार है। पुलिस का काम होता है चोरों को पकड़ना, उसे सजा दिलाना, लेकिन यहां तो सरकार ने पुलिस को वसूली में लगा दिया है। …और वसूली तो अपराधियों से हो सकती है पैसे की, चोरों से ही इस तरह वसूली हो सकती है। क्योंकि, पुलिस और कहां से पैसा लाएगी? इसलिए राज्य की यह जो हालत है, इन हालातों को लेकर के ही जनता के बीच हम जाएंगे।
सुप्रीम कोर्ट के फैसले का हवाला देकर सोरेन परिवार पर साधा निशाना
उन्होंने कहा कि अभी सुप्रीम कोर्ट का एक फैसला आया है। 1993 में शिबू सोरेन जी ने पैसा लिया था नरसिंह राव की सरकार को बचाने के लिए। फिर मामला कोर्ट में चला। सुप्रीम कोर्ट तक चला। पांच जजों की संविधान बेंच बैठी। उन्होंने ये नहीं कहा कि इन्होंने पैसा नहीं लिया, बल्कि यह कहा कि सांसदों को विशेष अधिकार है। इसलिए इन्हें छोड़ दिया। फिर 2012 के राज्यसभा चुनाव में सीता सोरेन ने पैसा लिया। एक से प्रस्तावक बनने के लिए पैसा लिया, एक से फर्स्ट प्रिफरेंस वोट देने के लिए पैसा लिया, एक से सेकेंड प्रिफरेंस वोट देने के लिए पैसा लिया। मामला लोअर कोर्ट से होते हुए हाईकोर्ट गया। हाईकोर्ट में उन्होंने कहा कि मेरे ससुर जी को यह रिलीफ मिली है तो मुझे भी मिलनी चाहिए। हाईकोर्ट ने उसे नहीं माना और उनके आवेदन को रिजेक्ट कर दिया तो फिर वह सुप्रीम कोर्ट गईं। सुप्रीम कोर्ट में सात जजों की बेंच ने अभी-अभी सर्वसम्मत निर्णय दिया है कि कोई भी एमएलए या एमपी विधानसभा में या लोकसभा में पैसे लेकर वोट करते हैं या पैसे लेकर प्रश्न भी पूछते हैं तो उनके ऊपर जांच होगी, वह आपराधिक मामला ही माना जाएगा।
सिर्फ लूटने के लिए राजनीति में है सोरेन परिवार
पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को जेल भेजने के मामले में भाजपा पर लग रहे आरोपों को लेकर पूछे गए एक प्रश्न के जवाब में श्री मरांडी ने कहा- यह परिवार तो केवल लूटने के लिए ही राजनीति में है। पैसा कमाने के लिए ही एमएलए-एमपी बनता है। शिबू सोरेन के ऊपर आरोप, उसके बाद हेमंत सोरेन जेल में हैं ही। अब सीता सोरेन का मामला भी आप सबके सामने है। यह परिवार ही पूरा लूटने के लिए है। अब रोने से क्या होगा? आदिवासी हैं तो क्या, आपको लूटने की छूट दी जाएगी? उन्होंने कहा- एमएलए-एमपी बनते हैं जनता की सेवा के लिए। इसलिए नहीं बनते हैं कि हम अपने नाम से जमीन कर लें, अपने नाम से खदान कर लें, पत्नी के नाम से हम जमीन कर लें। आज की तारीख में पूरे झारखंड में सबसे अधिक जमीन अगर किसी के पास है तो शिबू सोरेन परिवार के पास है। …और उन्होंने ये सब जमीन ली तो आदिवासियों की, संथालों की, मुंडा की, उरांव की… और नाम बदल-बदलकर लिया है। इसलिए उनका यह आरोप बिल्कुल निराधार है। इस वार्ता के दौरान श्री मरांडी के साथ बोकारो के विधायक एवं विधानसभा में भाजपा के मुख्य सचेतक बिरंची नारायण, जिला भाजपा अध्यक्ष जयदेव राय, पूर्व जिला अध्यक्ष रोहित लाल सिंह, जिला भाजपा के महामंत्री संजय त्यागी, कमलेश राय, कृष्ण कुमार मुन्ना, त्रिलोकी सिंह, के के बोराल, इन्द्र कुमार झा सहित अन्य लोग उपस्थित थे।
– Varnan Live Report.





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