32 साल के अनुभव वाले प्रिय रंजन होंगे अगले निदेशक-प्रभारी, इसी महीने रिटायर हो रहे बीके तिवारी
कार्यालय संवाददाता
बोकारो। स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड (SAIL) के निगमित कार्यालय (कॉरपोरेट ऑफिस) ने बोकारो का कर्ज चुकता कर दिया है। जी हां, जिस बोकारो ने सेल को अमरेंदु प्रकाश के रूप में चेयरमैन दिया, उसी चेयरमैन ऑफिस ने प्रिय रंजन के रूप में बोकारो स्टील प्लांट को नया निदेशक प्रभारी (Director In-charge) दिया है। लोक उद्यम चयन बोर्ड (PESB) ने प्रिय रंजन को बोकारो इस्पात संयंत्र का नया निदेशक-प्रभारी (Director-in-charge) नियुक्त करने की सिफारिश की है।

वर्तमान निदेशक-प्रभारी बीके तिवारी 31 अगस्त, 2025 को सेवानिवृत्त हो रहे हैं, जिसके बाद प्रिय रंजन यह महत्वपूर्ण जिम्मेदारी संभालेंगे। इसे लेकर बोकारो इस्पात संयंत्र के अधिकारी वर्ग में हर्ष है। बोकारो स्टील ऑफिसर्स एसोसिएशन (BSOA) ने प्रिय रंजन को बधाई देते हुए उनके नेतृत्व में बीएसएल के उज्ज्वल भविष्य की आशा व्यक्त की है।
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एसोसिएशन के अध्यक्ष एके सिंह ने लोक उद्यम चयन बोर्ड के फैसले का स्वागत करते हुए कहा कि प्रिय रंजन के लिए बोकारो भले ही नई जगह है, लेकिन चेयरमैन ऑफिस में उन्हें कामकाज का बहुत बड़ा अनुभव है। उम्मीद है कि उनके कार्यकाल में बोकारो उत्तरोत्तर वृद्धि करेगा और तरक्की के नए आयाम स्थापित करेगा। वहीं, एसोसिएशन के महासचिव एवं Steel Executives Federation of India (SEFI) के उपाध्यक्ष अजय कुमार पांडेय ने भी बधाई देते हुए कहा कि प्रिय रंजन का नाता झारखंड से रहा है। उनका अनुभव हमें प्रेरणा देगा और वे बोकारो को उच्च शिखर पर ले जाएंगे। बोकारो में उन्हें सभी का सहयोग मिलेगा।
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12 दिग्गजों को पीछे छोड़कर आगे निकले प्रिय रंजन
पब्लिक इंटरप्राइजेज सिलेक्शन बोर्ड (PESB) ने शुक्रवार को एक मैराथन साक्षात्कार प्रक्रिया आयोजित की, जिसमें देश के कई दिग्गज स्टील अधिकारियों ने हिस्सा लिया। सुबह 8 बजे शुरू हुई इस प्रक्रिया में SAIL, RINL, MECON और ओडिशा मिनरल डेवलपमेंट कंपनी लिमिटेड के कुल 12 वरिष्ठ अधिकारियों ने निदेशक-प्रभारी पद के लिए दावेदारी पेश की। इनमें एस. सुब्बाराज, दीप्तेंदु घोष, संदीप कुमार कर, दिलीप कुमार मिश्रा, राकेश कुमार, मुन्नां प्रसाद सिंह, प्रिय रंजन, कोंथम सुधाकर, के.वी.एन. आचार्युलु, शरत चंद्र चौधरी, वसुंधा चंद्र सुरतकल और बृजेश कुमार सिन्हा प्रमुख दावेदार थे। लेकिन, इन सभी को पीछे छोड़ते हुए प्रिय रंजन ने बाजी मार ली और बोर्ड ने उनके नाम पर मुहर लगा दी।
जानिए… कौन हैं प्रिय रंजन और कैसा रहा है 32 साल का लंबा अनुभव
प्रिय रंजन वर्तमान में सेल मुख्यालय में अधिशासी निदेशक (परिचालन) के पद पर कार्यरत हैं और उनके पास माइन्स एवं लॉजिस्टिक्स निदेशालय का अतिरिक्त प्रभार भी है। बीआईटी सिंदरी से इंजीनियरिंग की पढ़ाई पूरी करने के बाद वर्ष 1994 में वे सेल से जुड़े थे। उन्होंने अपने करियर की शुरुआत इस्को इस्पात संयंत्र के स्टील मेल्टिंग शॉप और पीपीसी जैसे विभागों से की। तत्पश्चात 2016 को उप महाप्रबंधक के रूप में प्रोन्नत होकर उन्होंने अधिशासी निदेशक (संकार्य) के तकनीकी सहायक के तौर पर अपनी सेवाएं दी। 2017 में उनका स्थानांतरण सेल मुख्यालय दिल्ली में हुआ, जहां चेयरमैन सचिवालय में काम करते हुए विभिन्न भूमिकाओं में उन्होंने अपनी सेवाएं दीं। वर्ष 2024 को पदोन्नति पाकर वे सेल मुख्यालय में अधिशासी निदेशक (परिचालन) बने। उनका 32 वर्षों का लंबा तकनीकी और प्रशासनिक अनुभव उन्हें इस जिम्मेदारी के लिए सबसे उपयुक्त बनाता है। विशेषज्ञों का मानना है कि उनकी नियुक्ति से बोकारो स्टील प्लांट को नई दिशा मिलेगी। उनके नेतृत्व में संयंत्र उत्पादन विस्तार, तकनीकी आधुनिकीकरण और वैश्विक प्रतिस्पर्धा जैसी भविष्य की चुनौतियों का सामना करने के लिए तैयार होगा, जिससे देश की स्टील उत्पादन और निर्यात क्षमता को भी बढ़ावा मिलेगा।
- Varnan Live Report.





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