– कुमार संजय की रिपोर्ट
बोकारो थर्मल। डीवीसी (DVC) के बोकारो थर्मल प्लांट में एक बड़ा टकराव टल गया है! 18 सितंबर से घोषित सप्लाई मजदूरों का महा-आंदोलन फिलहाल एक हफ्ते के लिए टाल दिया गया है। यह फैसला डीवीसी के डीजीएम कालीचरण शर्मा और संयुक्त मोर्चा के प्रतिनिधियों के बीच हुई लंबी और तीखी बातचीत के बाद लिया गया।
क्या है मजदूरों की मांगें?
सप्लाई मजदूरों का संयुक्त मोर्चा तीन मुख्य मांगों को लेकर 18 सितंबर से काम बंद करने की तैयारी में था, जिससे पूरे पावर प्लांट का काम ठप हो सकता था।
– स्मार्ट मीटर का विरोध: मजदूर स्मार्ट मीटर लगाए जाने का कड़ा विरोध कर रहे थे।
– काटी गई बिजली की बहाली: जिन सप्लाई मजदूरों के घरों की बिजली काटी गई थी, उसे तुरंत बहाल करने की मांग थी।
– तीन सूत्री मांगों का निपटारा: इन मांगों में वेतन से बिजली बिल काटने और ऊर्जा भत्ता देने जैसे मुद्दे शामिल थे।
जानिए, बातचीत में क्या हुआ?
मजदूरों के तेवर देख, डीवीसी के डीजीएम कालीचरण शर्मा ने मोर्चा प्रतिनिधियों को अपने कार्यालय में बुलाया। बातचीत के दौरान, डीजीएम ने बताया कि बकाया बिजली बिल का भुगतान फिलहाल रोक दिया गया है। उन्होंने यह भी आश्वासन दिया कि प्रीपेड स्मार्ट मीटर को पोस्ट-पेड में बदलने, वेतन से बिजली बिल काटने और ऊर्जा भत्ता देने की मांगों को मुख्यालय भेजा गया है और जल्द ही इस पर निर्णय लिया जाएगा।
चेतावनी- ‘बिजली बहाल नहीं हुई तो आंदोलन होगा और भी उग्र!’
हालांकि, बैठक के दौरान टेंशन तब बढ़ गया जब मोर्चा के प्रतिनिधियों ने स्मार्ट मीटर रीचार्ज करने से साफ इनकार कर दिया और बिजली तुरंत बहाल करने की मांग की। उन्होंने डीजीएम से दो-टूक कहा कि अगर एक हफ्ते के अंदर बिजली बहाल नहीं हुई और मांगों का समाधान नहीं निकला, तो आंदोलन और भी उग्र होगा, जिससे पावर प्लांट का उत्पादन भी प्रभावित हो सकता है।
डीजीएम शर्मा ने धैर्य रखते हुए मोर्चा को भरोसा दिया कि एक हफ्ते के भीतर कोई न कोई समाधान ज़रूर निकाला जाएगा। उन्होंने यह भी कहा कि अगर ऐसा नहीं हुआ, तो मोर्चा आंदोलन करने के लिए पूरी तरह से स्वतंत्र होगा। इसी आश्वासन के बाद, सप्लाई मजदूरों ने अपना आंदोलन एक हफ्ते के लिए स्थगित कर दिया।
इस महत्वपूर्ण वार्ता में डीवीसी ठेका मजदूर संघ, यूनाइटेड कॉन्ट्रैक्टर्स वर्क्स यूनियन, झारखंड श्रमिक संघ, हिंद मजदूर किसान यूनियन और असंगठित श्रमिक मोर्चा के कई प्रमुख नेता मौजूद थे। इनमें मुख्य रूप से डीवीसी ठेका मजदूर संघ के महामंत्री सह भाजपा नेता भरत यादव, यूनाइटेड कॉन्ट्रैक्टर्स वर्क्स यूनियन के ब्रजकिशोर सिंह, नवीन कुमार पाठक, असीम तिवारी, डीवीसी ठेका मजदूर संघ के संजय मिश्रा, झारखंड श्रमिक संघ के गणेश राम, रीत लाल महतो, हिंद मजदूर किसान यूनियन के नागेश्वर महंतो, असंगठित श्रमिक मोर्चा के अमरनाथ सिंह , रामचंद्र महतो आदि शामिल रहे।
बहरहाल, अब देखना यह है कि क्या डीवीसी मुख्यालय एक हफ्ते में कोई ठोस फैसला ले पाएगा या फिर बोकारो थर्मल में फिर से टकराव की स्थिति पैदा होगी? लेकिन, स्मार्ट मीटर के मसले पर तनावपूर्ण स्थिति लगातार बरकरार है।





Leave a Reply