बोकारो थर्मल। बोकारो जिले में लगातार दूसरे दिन भी हुई भीषण मूसलाधार बारिश ने केवल सड़कों को नदियों में नहीं बदला, बल्कि ऊपरघाट के एक गरीब परिवार पर विपदा का वज्र बनकर गिरी। शुक्रवार की दोपहर, तेज हवा के झोंकों के साथ शुरू हुई घनघोर बारिश और गड़गड़ाहट ने नावाडीह प्रखंड के पेंक नारायणपुर थाना क्षेत्र अंतर्गत पलामू पंचायत के छोटकी कुड़ी स्थित सरायदाह गाँव के दो सगे आदिवासी भाइयों की जान ले ली।

मृतकों की पहचान 62 वर्षीय किशुन किस्कू और 60 वर्षीय चेतलाल किस्कू के रूप में हुई है। घटना का हृदय विदारक पहलू यह है कि जब दोपहर लगभग ढाई बजे अचानक तेज आंधी-पानी शुरू हुआ, तो दोनों भाई पास के जंगल में अपने मवेशी चरा रहे थे।

भारी बारिश और गर्जन से बचने के लिए दोनों ने जैसे ही एक पेड़ के नीचे शरण ली, नियति ने उन्हें धोखा दे दिया। एक भीषण वज्रपात हुआ और दोनों भाई वहीं ढेर हो गए। प्रकृति के क्रूर प्रहार के आगे, दो मेहनतकश जिंदगियां पल भर में शांत हो गईं।

इधर, मूसलाधार बारिश के चलते बोकारो की सड़कों पर जलधार बहने लगी थी और निचले इलाकों में कई घरों में पानी घुस रहा था। इसी बीच, जब परिवार को हादसे की सूचना मिली, तो पूरे गांव में मातम छा गया। दोनों मृतक भाई पलामू पंचायत के पंसस प्रतिनिधि गोविंद किस्कू के सगे भाई थे। परिजन रोते-बिलखते घटनास्थल पर पहुंचे और खटिया पर शवों को उठाकर घर तक लाए। इस दुखद दृश्य ने गांव के हर व्यक्ति की आंखें नम कर दीं। यह त्रासदी न केवल एक परिवार का आर्थिक सहारा छीन गई है, बल्कि बोकारो में आसमानी आपदा से पैदा हुए खतरे की गंभीरता को भी दर्शाती है। स्थानीय जनप्रतिनिधियों ने मौके पर पहुंचकर शोक संतप्त परिवार को सांत्वना दी और सरकार से पीड़ित परिवार को उचित मुआवजा देने की पुरजोर मांग की है।

  • Varnan Live Report

Leave a Reply

Trending