हृदयविदारक क्रंदन के बीच पुत्र अमित ने दी मुखाग्नि, सैकड़ों लोगों ने दी अश्रुपूरित अंतिम विदाई

बोकारो। एक ऐसी विदाई, जिसने बोकारो की धरती को गमगीन कर दिया। आज, शुक्रवार को, भारतीय जनता पार्टी के पूर्व बोकारो महानगर अध्यक्ष और मिथिला समाज के आधारस्तंभ, वरिष्ठ समाजसेवी इन्द्र कुमार झा (57), हमेशा के लिए पंचतत्व में विलीन हो गए। चास स्थित गरगा श्मशान घाट का वातावरण उस समय हृदयविदारक हो उठा, जब सैकड़ों लोगों ने नम आंखों से अपने प्रिय नेता को अंतिम विदाई दी।

उनके बड़े पुत्र अमित कुमार झा ने जब अपने पिता को मुखाग्नि दी, तो उपस्थित जनसमूह के बीच परिजनों की कारुणिक चीत्कार और हृदयविदारक क्रंदन सुनकर हर कोई मर्माहत हो उठा। यकीन करना मुश्किल था कि अपनी जिंदादिली और खुशमिजाजी से हर किसी के चेहरे पर मुस्कान लाने वाले इन्द्र कुमार अचानक यूं सबको रुलाकर, मौन होकर हमेशा के लिए चले गए।

इससे पूर्व, सेक्टर-2 स्थित उनके आवास से जब उनकी अंतिम यात्रा निकली, तो दृश्य अत्यंत भावुक था। बीजेपी के एक समर्पित कार्यकर्ता को पार्टी ने भी अंतिम सम्मान दिया। श्री झा पार्टी के झंडे में लिपटकर विदा हुए—यह दृश्य उनके समर्पण और त्याग की कहानी कह रहा था।

रास्ते में, सेक्टर-2डी श्यामा काली मंदिर के मुख्यद्वार पर, जब उनके पार्थिव शरीर को अंतिम दर्शन के लिए रखा गया, तो भारी तादाद में लोगों ने उन्हें श्रद्धासुमन अर्पित किए। हर कोई निःशब्द था, पर आंखें सब कुछ कह रही थीं। रास्ते भर लोग ‘इंद्रकुमार झा अमर रहे, अमर रहे’ के नारे लगा रहे थे, मानो वे उन्हें इस नश्वर दुनिया से जाने ही नहीं देना चाहते थे।

गरगा श्मशान घाट पर मिथिला सांस्कृतिक परिषद के अध्यक्ष जे पी चौधरी, महासचिव नीरज चौधरी, निदेशक मंडल सदस्य कृष्ण चन्द्र झा व विजय कुमार झा सहित सुनील मोहन ठाकुर, रामबाबू चौधरी, मिहिर कुमार झा राजू, प्रेम चन्द्र झा, विजय कुमार मिश्र अंजू, भूषण पाठक, डॉ डी एन मिश्रा, दिलीप ठाकुर, ऋषि झा, सुदीप ठाकुर, गंगेश पाठक, शिवेश पाठक, पंडित गोविन्द झा, तरुण कुमार झा, गोविंद कुमार झा, सुमन कुमार ठाकुर, प्रदीप कुमार झा, श्रीमोहन झा, मनोज कुमार झा, मिन्टू, राज कृष्ण राज, अविनाश मिश्र, कमलेश मिश्र, हेमचन्द्र झा, हेमानन्द झा, रमण कुमार झा, एसके झा, चतुरानन पाठक, मुकेश कुमार झा, संतोष मिश्र, किशोरी, उत्तम, विनय दरिहरे आदि, भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष जगरनाथ राम, पार्टी नेता प्रवीण सिंह, मुकुल ओझा, संजय त्यागी, कमलेश राय,राजीव कंठ, विकास कुमार, दिलीप श्रीवास्तव, संतोष सिंह, कुमार अमित, अवधेश कुमार यादव, अनिल सिंह, धर्मवीर सिंह, स्वामी सत्य कृष्ण, श्याम मंडल,डॉ. अशोक कुमार, चास नगर निगम के निवर्तमान मेयर भोलू पासवान, जेलर सिंह सहित सैकड़ों शुभचिंतक उपस्थित थे, जिनकी आंखें अपने प्रिय नेता के लिए छलछला उठी थीं।

श्री झा अपने पीछे एक भरा-पूरा, बिलखता परिवार छोड़ गए हैं। उनकी बुजुर्ग मां, छोटे भाई अविनाश कुमार झा अवि, पत्नी, दो बेटों और बहू का रो-रोकर बुरा हाल था। पत्नी और छोटा पुत्र बिट्टू घटना के बाद से ही लगातार बेहोश पर बेहोश हो रहा है। श्री झा की यह अचानक विदाई हर किसी को झकझोर गई है।

विदित हो कि बीमारी से जूझ रहे श्री झा की तबीयत गुरुवार सुबह अचानक बिगड़ी और बोकारो जनरल अस्पताल पहुंचने पर चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। उनके आवास पर लगातार शोक संवेदना जताने वालों का तांता लगा हुआ है। सभी ने ईश्वर से प्रार्थना की कि वे इस कर्मठ और स्नेही आत्मा को शांति प्रदान करें, और शोक संतप्त परिवार को इस असहनीय दुःख को सहने की शक्ति दें। बोकारो आज अपने एक सच्चे सेवक की कमी शिद्दत से महसूस कर रहा है।

  • Varnan Live Report.

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