संवाददाता
बोकारो थर्मल:
शनिवार रात बोकारो थर्मल थाना अंतर्गत डीवीसी के पुनर्वासित गांव नया बस्ती में एक ऐसी सनसनीखेज और हृदयविदारक घटना घटी है, जिसने पूरे इलाके को झकझोर कर रख दिया है। एक निर्दयी और क्रूर पति ने नींद में सोई हुई अपनी 30 वर्षीय पत्नी झालो देवी की निर्मम हत्या कर दी। हत्या का तरीका इतना भयानक था कि सुनने वालों की रूह कांप उठेगी— पहले सिर पर हथौड़े से वार किया गया, और फिर चाकू से गला काट दिया गया।

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सबसे मार्मिक पहलू यह है कि जब यह खूनी खेल खेला जा रहा था, तब मृतका के तीन छोटे-छोटे मासूम बच्चे— सात वर्षीय ऋद्धी रानी, चार वर्षीय पीयूष और डेढ़ वर्षीय नन्ही बेटी— उसी कमरे में अपनी मां के बगल में सो रहे थे।

पुलिस के मुताबिक, घटना शनिवार देर रात लगभग ढाई बजे के आसपास हुई। 35 वर्षीय आरोपी रूपेश यादव ने खाना खाने के बाद सोई हुई पत्नी पर अचानक हमला कर दिया। हथौड़े के वार से झालो देवी की चीत्कार सुनकर सात वर्षीय बेटी ऋद्धि रानी की आंख खुल गई। माँ को खून से लथपथ देखकर वह जोर-जोर से रोने लगी।

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मासूम पोती के रोने की आवाज रूपेश की वृद्ध मां, नुनवा देवी (65) तक पहुंची, जो बगल में ही रहती थीं। वह भागकर बेटे के कमरे तक गईं और रोती हुई पोती से दरवाजा खुलवाया।

कमरे का दृश्य देखकर वृद्धा का कलेजा फट गया। पलंग पर झालो देवी का रक्तरंजित शव पड़ा था और रूपेश यादव शांत भाव से वहीं बैठा था। यह दृश्य देखकर नुनवा देवी रोते-चिल्लाते बाहर भागीं और गांव के महेंद्र यादव, रामचंद्र यादव समेत अन्य लोगों को आवाज दी।

घटना के बाद ग्रामीणों ने तत्परता दिखाते हुए रूपेश यादव के घर की ओर दौड़ लगाई। कमरे में पहुंचकर ग्रामीणों ने तुरंत ही आरोपी पति रूपेश यादव को दबोच लिया, उसके हाथ-पैर बांध दिए और जमीन पर लिटा दिया। इसके बाद फौरन स्थानीय थाना प्रभारी पिंकू कुमार यादव को सूचना दी गई। पुलिस टीम घटनास्थल पर पहुंची और आरोपी रूपेश यादव को अपनी हिरासत में लेकर थाना भिजवाया। हत्या में इस्तेमाल किए गए हथौड़ा और चाकू को पुलिस ने जब्त कर लिया है।

इस दुखद और संवेदनशील घटना ने झालो देवी के मायके वालों को गहरा सदमा दिया है, जिन्हें घटना की सूचना दे दी गई है। लेकिन सबसे बुरा हाल मृतका के तीनों छोटे-छोटे बच्चों का है, जिन्होंने अपनी आंखों के सामने अपनी मां को खो दिया। साथ ही, रूपेश की वृद्ध मां नुनवा देवी और 70 वर्षीय पिता बीरचंद गोप का भी रो-रोकर बुरा हाल है।

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रूपेश यादव का आपराधिक व्यवहार यहीं नहीं रुकता। ग्रामीणों और पुलिस के अनुसार, वह अक्सर अपने वृद्ध मां-बाप की भी बुरी तरह पिटाई करता था। बताया गया कि करीब एक साल पहले उसने अपनी माँ नुनवा देवी का सिर फोड़ दिया था, जिसके चलते माँ-बाप डर के मारे रूपेश के घर से अलग बगल में ही रहने लगे थे।

वृद्धा नुनवा देवी रोते हुए कह रही थीं कि वह अपनी वृद्धा पेंशन की मामूली राशि से खुद का और इन तीन अनाथ हो चुके छोटे बच्चों का लालन-पालन कैसे करेंगी!

ग्रामीणों ने एक और चौंकाने वाला खुलासा किया है। उन्होंने बताया कि करीब डेढ़ साल पहले भी रूपेश यादव ने झालो देवी पर चाकू से जानलेवा हमला किया था। उस समय झालो देवी आंगन में बर्तन धो रही थीं, जब रूपेश ने पीछे से उनकी गर्दन और पीठ पर चाकू से कई वार किए थे। गंभीर रूप से घायल झालो देवी का इलाज डीवीसी अस्पताल और फिर बोकारो बीजीएच में चला था।

पुलिस की पूछताछ में आरोपी पति रूपेश यादव का बयान बेहद चौंकाने वाला रहा। उसने कहा कि उसकी पत्नी झालो देवी पिछले तीन दिनों से उसे लगातार कह रही थी कि वह उसे जान से मार दे, क्योंकि “बहुत बदनामी हो रही है।” रूपेश के अनुसार, शनिवार की रात भी पत्नी ने वही बात दोहराई, जिसके बाद उसने हथौड़ा मारकर और गला काटकर हत्या कर दी।

हालांकि, किस तरह की ‘बदनामी’ हो रही थी, इस सवाल पर आरोपी पति खामोश हो गया। पुलिस ने आरोपी रूपेश यादव पर स्थानीय थाना में हत्या का मामला दर्ज कर लिया है और अब इस जघन्य हत्याकांड के पीछे के असली मकसद की गहन जाँच में जुट गई है।

  • Varnan Live Report.

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