बोले ED प्रियरंजन- हमारी दक्षता और उत्कृष्ट गुणवत्ता का प्रमाण
संवाददाता
बोकारो। सार्वजनिक क्षेत्र की नवरत्न कंपनी सेल (स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया लि.) की प्रमुख इकाई बोकारो स्टील प्लांट (बीएसएल) ने देश की रक्षा तैयारियों को सुदृढ़ बनाने की दिशा में एक बड़ी, बल्कि ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल करते हुए राष्ट्रीय सुरक्षा के क्षेत्र में एक नई उड़ान भरी है। प्लांट ने डिफेंस मेटलर्जिकल रिसर्च लेबोरेटरी (डीएमआरएल) के साथ टेक्नोलॉजी ट्रांसफर के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण लाइसेंसिंग एग्रीमेंट प्राप्त कर लिया है।

यह ऐतिहासिक तकनीक हस्तांतरण दस्तावेज हैदराबाद में डीएमआरएल के 62वें वार्षिकोत्सव समारोह के दौरान बीएसएल को मिला। इसके तहत डीएमआरएल ने बीएसएल को नौसैनिक उपयोग के लिए अत्यंत महत्त्वपूर्ण – डीएमआर 249ए स्टील शीट्स के निर्माण हेतु गैर-समावेशी (नॉन-इंक्लूसिव) लाइसेंस प्रदान किया है।
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यह तकनीक हस्तांतरण बोकारो स्टील प्लांट को भारतीय सशस्त्र बलों तथा अन्य सरकारी एजेंसियों के लिए उच्च गुणवत्ता वाले अत्याधुनिक विशेष स्टील उत्पादों के उत्पादन और आपूर्ति को और अधिक सुदृढ़ रूप से आगे बढ़ाने में सहायता प्रदान करेगा। यह उपलब्धि न केवल बीएसएल की तकनीकी दक्षता और गुणवत्ता उत्कृष्टता का सशक्त प्रमाण है, बल्कि राष्ट्रीय सुरक्षा के प्रति इसकी अटूट प्रतिबद्धता का भी प्रतीक है।
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बोकारो स्टील प्लांट के अधिशासी निदेशक (संकार्य) प्रिय रंजन ने इस पर अपनी हार्दिक प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा,
“यह लाइसेंसिंग एग्रीमेंट फॉर ट्रांसफर ऑफ टेक्नोलॉजी हस्तांतरण बोकारो स्टील प्लांट की तकनीकी उत्कृष्टता, क्षमता और देश की रक्षा आवश्यकताओं को पूरा करने की हमारी निरंतर प्रतिबद्धता का प्रतीक है।” उन्होंने दृढ़ संकल्प दोहराया कि बीएसएल भविष्य में भी विशेष गुणवत्ता वाले स्टील के विकास के माध्यम से देश की रक्षा तैयारियों को सुदृढ़ बनाने में अग्रणी भूमिका निभाता रहेगा।”
18 वर्षों का गौरवशाली सफर: आईएनएस विक्रांत में बीएसएल का स्टील
यह उपलब्धि इसलिए भी अत्यधिक गर्व का विषय है क्योंकि बीएसएल और डीएमआरएल के बीच लगभग दो दशकों से जारी तकनीकी साझेदारी अत्यंत सफल रही है। इस गहन सहयोग के अंतर्गत, पिछले 18 वर्षों में 46,500 टन से अधिक डीएमआर 249ए स्टील का उत्पादन किया जा चुका है। यह उच्च गुणवत्ता वाला स्टील भारतीय नौसेना के कई प्रतिष्ठित और अत्याधुनिक युद्धपोतों, जैसे- आईएनएस विक्रांत, आईएनएस नीलगिरि, आईएनएस किल्टन, आईएनएस महेंद्रगिरि और आईएनएस विंध्यगिरि के निर्माण में महत्वपूर्ण योगदान दे चुका है।
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गौर करने वाली बात यह है कि बीएसएल देश का एकमात्र ऐसा एकीकृत इस्पात संयंत्र है, जो वैक्यूम डिगैसिंग सुविधा के बिना भी नौसेना के कठोर मानकों के अनुरूप डीएमआर 249ए स्टील शीट्स का सफलतापूर्वक उत्पादन कर रहा है। यह तथ्य बोकारो स्टील प्लांट की भूमिका को नई ऊंचाइयों तक ले जाता है और उसकी तकनीकी श्रेष्ठता को सिद्ध करता है।
कार्यक्रम में डीएमआरएल के ओएस एवं निदेशक डॉ. आर. बालामुरलीकृष्णन, डीआरडीओ के डीएस एवं डीजी (एनएस एंड एम) डॉ. आर. वी. हरा प्रसाद, तथा सचिव, डीडी (आर एंड डी) एवं चेयरमैन, डीआरडीओ डॉ. समीर वी. कमाट सहित डीआरडीओ और डीएमआरएल के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे। बीएसएल की ओर से महाप्रबंधक (आरसीएल) सुश्री बी. सुनीता मिंज, महाप्रबंधक (एसएमएस-2 एवं सीसीएस) एस. एस. पाणिग्रही, तथा महाप्रबंधक (एसएमएस न्यू) राहुल तिवारी ने तकनीक हस्तांतरण दस्तावेज प्राप्त किया।
- Varnan Live Report.





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