36 करोड़ के सोलर प्रोजेक्ट का होगा शिलान्यास, पानी में तैरते सोलर पैनल से बनेगी बिजली

कुमार संजय
बोकारो थर्मल:
कोनार डैम के माथे पर लगा ‘सफेद हाथी’ होने का कलंक अब पूरी तरह मिटने जा रहा है। वर्षों की उपेक्षा और निष्क्रियता के बाद, कोनार डैम आखिरकार विकास के एक नए, स्वर्णिम युग की दहलीज पर खड़ा है। आगामी 23 नवंबर को, दामोदर घाटी निगम (डीवीसी) के चेयरमैन, एस. सुरेश कुमार, अपनी पत्नी एसवी जलदुर्गा के साथ मिलकर, कोनार डैम में 8 मेगावाट के अत्याधुनिक सोलर प्लांट निर्माण की आधारशिला रखेंगे। यह शिलान्यास न केवल इस महत्वाकांक्षी परियोजना की शुरुआत है, बल्कि यह एक ठोस संकेत है कि अब कोनार डैम सहित आसपास के क्षेत्रों के लिए ‘अच्छे दिन’ बहुरने वाले हैं, क्योंकि इसके साथ ही कई विशाल ऊर्जा परियोजनाओं के कार्य आरंभ होने का रास्ता साफ हो गया है।

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नई परियोजनाएं भी पाइपलाइन में

यह सोलर प्लांट तो महज शुरुआत है। चेयरमैन के नेतृत्व में, कोनार डैम में ऊर्जा उत्पादन का एक नया अध्याय शुरू होने वाला है, जिसके तहत 228 मेगावाट के विशाल फ्लोटिंग पावर प्लांट, 3 मेगावाट के हाइडल प्लांट, और एक बैट्री एनर्जी स्टोरेज सिस्टम प्लांट का निर्माण भी प्रस्तावित है। इन सभी विराट प्रोजेक्टों को लेकर विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (डीपीआर) तैयार कर ली गई है और निविदा प्रक्रिया के तुरंत बाद इन सभी महत्वपूर्ण कार्यों को भी जल्द ही आरंभ किया जाएगा।

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एचओपी राणा रणजीत का प्रयास लाया रंग, जमीन की समस्या हुई दूर

गौरतलब है कि इस सोलर प्लांट के निर्माण को लेकर शुरुआती चरण में जमीन की कुछ कठिनाइयां आई थीं, लेकिन कोनार डैम के एचओपी राणा रणजीत सिंह ने हजारीबाग के सांसद, मांडू के विधायक तथा हजारीबाग डीसी एवं एसपी के सक्रिय सहयोग से इन बाधाओं को कुशलतापूर्वक दूर करने और निर्माण कार्य को आरंभ करवाने में अहम भूमिका निभाई।

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1955 के बाद अब बहुरेंगे दिन: स्थायी रोजगार के अवसर

विदित हो कि कोनार डैम का निर्माण 1946 में आरंभ हुआ था और इसका उद्घाटन 15 अक्तूबर 1955 को किया गया था। अपनी स्थापना के समय से ही डैम के अलावा कोई बड़ा प्रोजेक्ट न होने के कारण यह डीवीसी के लिए एक प्रकार से ‘सफेद हाथी’ ही साबित हो रहा था। लेकिन अब इस सोलर प्लांट के शिलान्यास और प्रस्तावित कई प्रोजेक्टों पर कार्य आरंभ होने के साथ ही, कोनार डैम के दिन बहुरेंगे और डीवीसी द्वारा कोनार सहित आसपास के क्षेत्रों में विकास कार्यों की गति तेज की जाएगी। इन सभी परियोजनाओं के सतह पर आने के बाद स्थानीय ग्रामीणों के लिए स्थायी रोजगार के अवसर भी मुहैया होंगे। कोनार डैम के एचओपी का दृढ़ता से कहना है कि आने वाला दिन कोनार डैम एवं इसके आसपास के क्षेत्रों के लिए विकास के मायने में मील का पत्थर साबित होगा, जिसमें डीवीसी के वर्तमान चेयरमैन की महत्वपूर्ण और दूरदर्शी भूमिका होगी।

  • Varnan Live Report.

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