विशेष संवाददाता
रांची। बुधवार को ट्यूशन से घर लौटने के क्रम में नाले में बह गयी पांच साल की मासूम फलक अख्तर का शव घटना के दो घण्टे के बाद स्वर्णरेखा नदी से बरामद हुआ। बच्ची का शव नदी के किनारे पानी से बाहर तैरता मिला। नदी से निकाले जाने के बाद उसकी सांस लौटाने को लेकर लोगों ने खूब जतन की। लेकिन, फलक हमेशा-हमेशा के लिए चुप हो चुकी थी। उसके परिजन ही नहीं, मौके पर मौजूद सैकड़ों लोगों का कलेजा यह दृश्य देख कांप गया। कल तक जिसकी एक खिलखिलाहट से उसके पिता सद्दाम का घर-आंगन खिल उठता था, वह आवाज हमेशा-हमेशा के लिए थम गई।

नन्ही मासूम को ढूंढने में हर समुदाय के लोगों ने तत्परता दिखाई। नाला रोड से खोयी इस बच्ची को स्वर्णरेखा नदी से चुटिया थाने की तत्परता और आम जनता के अथक प्रयास से बरामद किया गया। दुःख इस बात का रहा कि फलक की सांसें नहीं लौट सकी।
गौरतलब है कि हिंदपीढ़ी के नाला रोड के नाले में गिरने वाली बच्ची का शव इक्कीसो महादेव शमशान घाट के पास से स्वर्णरेखा नदी से बरामद हुआ। हिंदपीढ़ी थाना क्षेत्र के लाेअर पीपी कंपाउंड नाला राेड में ट्यूशन पढ़कर लाैट रही फलक अख्तर खुले नाले में गिर गई। बारिश के कारण नाले में पानी का बहाव इतना तेज था कि बच्ची छह किलाेमीटर तक बहती हुई चुटिया श्मशान घाट के पास पहुंच गई। खबर है कि सिर में गंभीर चोटें आने से उसकी मौत हो गई। केबी एकेडमी की केजी-1 की छात्रा फलक दाे बच्चियाें के साथ ट्यूशन पढ़ने गई थी। लाैटते समय दाेपहर करीब एक बजे उसका पैर फिसला और वह नाले में गिर गई। घटना के बाद दाेनाें बच्चियाें ने शाेर मचाया। आसपास के युवकाें ने तत्काल नाले में छलांग लगा दी, लेकिन सिर्फ बैग ही मिला। बच्ची बहते हुए आगे निकल गई थी और हमेशा-हमेशा के लिए फलक फलक की ओर चल बसी।
- Varnan Live Report.
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