उपायुक्त ने की विकास योजनाओं की समीक्षा, हवाई अड्डा विस्तारीकरण में तेजी सहित दिये कई निर्देश

0
318

Our Correspondent

बोकारो। उपायुक्त कृपा नन्द झा की अध्यक्षता में जिले में चल रहे विभिन्न विकास संबंधी कार्यों के प्रगति की समीक्षात्मक बैठक उनके कार्यालय कक्ष में संपन्न हुई। बैठक के दौरान झा ने ओएनजीसी के द्वारा बोकारो जिले में कोल बेड मिथेन के निष्कर्षण हेतु जमीन अधिग्रहण के कार्य में तेजी लाने का निदेश दिया। साथ ही रैयतों के जमीन के मुआवजे का भुगतान ससमय करने का निर्देश दिया। वहीं NH 32 के लिए अधिग्रहित किये गये जमीन के मुआवजे के मामलों की सत्यता की जांच कर लंबित भुगतान अविलंब करने का निर्देश दिया। वहीं बैठक में उपस्थित अनुमण्डल पदाधिकारी (चास) हेमा प्रसाद को बोकारो हवाई अड्डा परिसर के आस-पास बने अवैध झोपड़ पट्टी को हटाने के लिए दबाव बनाने को कहा।

उनके अनुसार बोकारो हवाई अड्डे के विस्तारीकरण कार्य अगामी दो माह के अंदर संपन्न करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। बैठक के दौरान पुलिस अधीक्षक पी. मुरूगन, अपर समाहर्ता विजय कुमार गुप्ता, अनुमण्डल पदाधिकारी, बेरमो (तेनुघाट) प्रेम रंजन, एलआरडीसी जेम्स सुरीन, जिला सूचना एवं विज्ञान पदाधिकारी एपी त्रिपाठी, सभी प्रखंडों के अंचलाधिकारी, ओएनजीसी के प्रतिनिधि, एनएचएआई के प्रतिनिधि, भारतीय विमानन प्राधिकरण बोकारो हवाई अड्डा के प्रतिनिधि सहित अन्य उपस्थित थे।

  • Varnan Live Report.
Previous articleमालवाहक गाड़ी और बाइक में सीधी टक्कर, मुखियापुत्र सहित तीन युवक घायल, दो गंभीर
Next articleपर्याप्त बारिश न होने से किसान हताश, बोकारो को अकालग्रस्त घोषित करने की मांग
मिथिला वर्णन (Mithila Varnan) : स्वच्छ पत्रकारिता, स्वस्थ पत्रकारिता'! DAVP मान्यता-प्राप्त झारखंड-बिहार का अतिलोकप्रिय हिन्दी साप्ताहिक अब न्यूज-पोर्टल के अवतार में भी नियमित अपडेट रहने के लिये जुड़े रहें हमारे साथ- facebook.com/mithilavarnan twitter.com/mithila_varnan ---------------------------------------------------- 'स्वच्छ पत्रकारिता, स्वस्थ पत्रकारिता', यही है हमारा लक्ष्य। इसी उद्देश्य को लेकर वर्ष 1985 में मिथिलांचल के गर्भ-गृह जगतजननी माँ जानकी की जन्मभूमि सीतामढ़ी की कोख से निकला था आपका यह लोकप्रिय हिन्दी साप्ताहिक 'मिथिला वर्णन'। उन दिनों अखण्ड बिहार में इस अख़बार ने साप्ताहिक के रूप में अपनी एक अलग पहचान बनायी। कालान्तर में बिहार का विभाजन हुआ। रत्नगर्भा धरती झारखण्ड को अलग पहचान मिली। पर 'मिथिला वर्णन' न सिर्फ मिथिला और बिहार का, बल्कि झारखण्ड का भी प्रतिनिधित्व करता रहा। समय बदला, परिस्थितियां बदलीं। अन्तर सिर्फ यह हुआ कि हमारा मुख्यालय बदल गया। लेकिन एशिया महादेश में सबसे बड़े इस्पात कारखाने को अपनी गोद में समेटे झारखण्ड की धरती बोकारो इस्पात नगर से प्रकाशित यह साप्ताहिक शहर और गाँव के लोगों की आवाज बनकर आज भी 'स्वच्छ और स्वस्थ पत्रकारिता' के क्षेत्र में निरन्तर गतिशील है। संचार क्रांति के इस युग में आज यह अख़बार 'फेसबुक', 'ट्वीटर' और उसके बाद 'वेबसाइट' पर भी उपलब्ध है। हमें उम्मीद है कि अपने सुधी पाठकों और शुभेच्छुओं के सहयोग से यह अखबार आगे और भी प्रगतिशील होता रहेगा। एकबार हम अपने सहयोगियों के प्रति पुनः आभार प्रकट करते हैं, जिन्होंने हमें इस मुकाम तक पहुँचाने में अपना विशेष योगदान दिया है।

Leave a Reply