खुशी के माहौल को गमगीन बना चल बसीं सुषमा स्वराज, जाते-जाते दे गयीं बधाई और कर गयीं अभिनंदन

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दिल्ली ब्यूरो 
नई दिल्ली।
पूरा देश एक तरफ जहां कश्मीर से धारा 370 के हटने को लेकर जश्न में डूबा था, वहीं दूसरी तरफ भारतीय राजनीतिक फलक का ध्रुवतारा, आयरन लेडी पूर्व विदेश मंत्री सुषमा स्वराज देशवासियों को गम के आंसू बहाकर चिरनिंद्रा में सो गयीं।मंगलवार रात दिल्ली स्थित अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में उनका निधन हो गया। 67 वर्षीय सुषमा स्वराज को हार्ट अटैक आने पर एम्स में भर्ती कराया गया था, जहां पांच-पांच वरीय डाक्टरों की निगरानी में उनका इलाज किया गया, परंतु नियति को कुछ और ही मंजूर था। उनके निधन की खबर जैसे ही पहले मीडिया में आयी कि लोगों ने इसे अफवाह समझा, फिर थोड़ी ही देर बाद इसकी पुष्ट खबरें आने के बाद समूचे देश में शोक-संवेदनाओं का तांता लग गया।सूत्रों के अनुसार खबर लिखे जाने तक केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी और डॉ हर्षवर्धन एम्स अस्पताल में मौजूद थे। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने उनके निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और भाजपा के अन्य नेता भी कुछ ही देर में एम्स पहुंचने वाले बताये जा रहे हैं। प्रधानमंत्री श्री मोदी ने लगभग आधा दर्जन ट्वीट कर अपनी शोक-संवेदना व्यक्त कीं। उन्होंने इसे निजी क्षति बताते हुए भारत के लिये उनके अविस्मरणीय योगदान की चर्चा की है-

सुषमा स्वराज- एक परिचय

सुषमा स्वराज भारतीय राजनीति का एक बहुत बड़ा चेहरा थीं। साल 2009 में वह भाजपा द्वारा संसद में विपक्ष की नेता चुनी गयी थीं। इस नाते वह भारत की पंद्रहवीं लोकसभा में प्रतिपक्ष की नेता रही थीं। इसके पहले भी वो केन्द्रीय मन्त्रिमण्डल में रह चुकी थीं और दिल्ली की मुख्यमंत्री भी रही थीं। हरियाणा के अम्बाला छावनी में जन्मीं सुषमा स्वराज ने एसडी कॉलेज अम्बाला छावनी से बीए और पंजाब विश्वविद्यालय चंडीगढ़ से कानून की डिग्री हासिल की थी। पढ़ाई पूरी करने के बाद उन्होंने पहले जयप्रकाश नारायण के आन्दोलन में बढ़-चढ़ कर हिस्सा लिया और आपातकाल का पुरजोर विरोध करने के बाद वह सक्रिय राजनीति से जुड़ गयीं। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के मंत्रिमंडल में साल 2014 में वो भारत की पहली महिला विदेश मंत्री बनीं। 

सुषमा स्वराज ने मंगलवार, 6 अगस्त को ही लोकसभा से जम्मू-कश्मीर राज्य पुनर्गठन विधेयक पास होने पर मोदी सरकार को बधाई देते हुए अपनी मृत्यु के तीन घंटे पहले अपने आखिरी ट्वीट में लिखा था, “प्रधानमंत्री जी आपका हार्दिक अभिनंदन। मैं अपने जीवन में इस दिन को देखने की प्रतीक्षा कर रही थी।” इसके पूर्व आज दिन में गृहमंत्री अमित शाह के लोकसभा में कड़े तेवर की भी उन्होंने अपने ट्वीट से सराहना की थी। 

ये थे सुषमाजी के आखिरी ट्वीट-

THE LAST TWEET
एक भारत, श्रेष्ठ भारत” पर अभिनंदन कर चली गयीं सुषमा जी
  • Varnan Live Report.

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