धनबाद : अल्प समय में ही राष्ट्रीय स्तर पर पहचान बना चुके झारखंड के युवा साहित्यकार व कवि अनंत महेन्द्र को बिहार हिन्दी साहित्य सम्मेलन द्वारा पटना में बीते दिनों आयोजित समारोह में शताब्दी सम्मान से अलंकृत किया गया। पहले ही धनबाद गौरव से सम्मानित हो चुके युवा कवि को अनंत महेन्द्र को कार्यक्रम के मुख्य अतिथि व भारत सरकार में विधि मंत्री रविशंकर प्रसाद एवं संस्था के अध्यक्ष अनिल सुलभ ने शॉल एवं प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया। गौरतलब है कि डॉ राजेन्द्र प्रसाद के सहयोग से 1919 में स्थापित बिहार हिंदी साहित्य सम्मेलन अपनी स्थापना का शताब्दी वर्ष मना रहा है, जिसमें पूरे भारत से सौ युवा साहित्यकारों को शताब्दी सम्मान के लिए चुना गया है।
अनंत महेन्द्र विगत कई वर्षों से साहित्य व काव्य मंचों में सक्रिय हैं एवं दर्जनों समाचार-पत्र, पत्रिकाओं में उनकी रचनाएं नियमित प्रकाशित होती रही हंै। वर्तमान में राष्ट्रीय कवि संगम, झारखंड के प्रदेश संगठन मंत्री अनंत महेन्द्र ने इस अवसर पर बताया कि केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद के हाथों सम्मानित होकर वह गौरवान्वित महसूस कर रहे हैं। इस सम्मान से उन्हें युवा कवि एवं साहित्यकारों की अगली पीढ़ी तैयार करने का प्रोत्साहन मिला है। इस संस्था के साथ महादेवी वर्मा, निराला, शिवपूजन सहाय, बाबा नागार्जुन जैसे कई महान साहित्यकारों का जुड़ाव भी रहा है। कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्री के अलावा, उपाध्यक्ष डॉ. कुमार अरुणोदय, न्यायमूर्ति मृदुला मिश्रा जैसे गणमान्य व्यक्ति उपस्थिति थे।
- Varnan Live.