विशेष संवाददाता
रांची : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने झारखंड की माटी से जो बड़ी सौगातें दीं, उनमें झारखंड विधानसभा के नये भवन का उद्घाटन मुख्य रूप से शामिल रहा। इस अद्भत नजारे के साक्षी करीब सवा लाख लोग बने। पहली बार झारखंड को अपना विधानसभा भवन मिला, जिसकी भव्यता का जितना वर्णन किया जाय, कम होगा। खास बात यह है कि पूरे देश में पहली पेपरलेस विधानसभा का गौरव झारखंड को प्राप्त हुआ है। इसमें इसके अलावा जल और ऊर्जा संरक्षण की व्यवस्था है। इसकी छत पर झारखंडी संस्कृति की झलक दिख रही है। यहां आगंतुकों के लिए गैलरी बनायी गयी है। विधानसभा में सौर ऊर्जा से भी बिजली की आपूर्ति होगी। यह भवन विश्वस्तरीय सुविधाओं से युक्त हरित भवन की अवधारणा को पूर्ण करता है। मुख्य भवन में 600 किलोवाट बिजली की आपूर्ति सौर ऊर्जा से मिलेगी। यह आपूर्ति आंतरिक और बाह्य आवश्यक्ताओं की 15 प्रतिशत प्रतिपूर्ति करेगी। भवन में वाटर ट्रीटमेंट प्लांट लगाया गया है।
वहीं वर्षा जल संचयन के लिए छह भूमि रिचार्ज पिट लगाये गये हैं। इसके अलावा, विधानसभा के चारों तल्ले की डिजाइन एक समान है। सेंट्रल विंग विधानसभा का मुख्य भवन है। इसमें 400 सीटों का कांफ्रेंस हॉल और सुरक्षाकर्मियों के विश्राम कक्ष से लेकर गार्ड रूम भी बनाये गये हैं। सेंट्रल विंग के बीच में सदन है। सदन में आसन और रिर्पोटियर डेस्क है। उसके सामने सात लाइन में गोलाकार रूप से विधायकों का सीटिंग अरेंजमेंट है। इसमें इलेक्ट्रिकल सब स्टेशन, एसी प्लांट रूम, पुलिस बैरक, मेंटेनेंस रूम, वाटर वर्क्स आदि का निर्माण3500 वर्गमीटर के अलावा 600 किलोवाट बिजली सौर ऊर्जा से मिलेगी। छह वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम बनाये गये हैं।
नये भवन में 162 विधायकों के बैठने की व्यवस्था की गयी है। इसके अलावा 400 लोंगों की क्षमता वाला एक कांफ्रेंस हॉल भी है। बता दें कि इस नये विधानसभा भवन को तीन हिस्से सेंट्रल, ईस्ट और वेस्ट विंग में बांटा गया है। सेंट्रल विंग में विधानसभा सदन है। ईस्ट और वेस्ट विंग पर विधानसभा के पदाधिकारियों-कर्मचारियों के लिए कार्यालय हैं। तीसरे तल्ले पर कैंटीन आदि की सुविधाएं हैं। ग्राउंड फ्लोर में कांफ्रेंस हॉल और सभी विधायकों और कर्मचारियों के लिए पार्किंग की व्यवस्था है। मुख्यमंत्री रघुवर दास ने झारखंड के इस अनुपम गौरव को राज्य की सवा तीन करोड़ जनता के प्रति समर्पित किया है।
- Varnan Live Report.