बच्चों का स्वर्णिम भविष्य बनाने में शिक्षकों की भूमिका अहम : होरो

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कार्यक्रम प्रस्तुत करतीं बच्चियां।
संवाददाता
जरीडीह (बोकारो)  : बालीडीह स्थित होली क्रॉस बाल निकेतन स्कूल में गुरुवार को 38वां वार्षिकोत्सव धूमधाम से मनाया गया। इस अवसर पर नर्सरी, एलकेजी व यूकेजी के छोटे-छोटे बच्चे ने सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुति से सबका मन मोह लिया। कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि बालीडीह के फादर विजय होरो ने किया। रंगारंग प्रस्तुतियों में बच्चों ने कव्वाली, जुबि-डुबि, पंजाबी, हरियाणवी गीतों पर नृत्य पेश किए। बच्चों के द्वारा प्रभु यीशु के जन्म पर आधारित नाटक भी प्रस्तुत किया। इस दौरान अतिथि फादर विजय होरो ने कहा कि बच्चे स्कूल की शोभा बढ़ाते हैं। वे अपने समाज, राज्य एवं देश का भविष्य होते हैं। माता-पिता को बच्चों का पहला शिक्षक माना जाता है, जो बच्चों को स्कूल जाना सिखाते है। बच्चों के स्वर्णिम भविष्य को कैसे सुधारा एवं संवारा जाए, उसमें शिक्षकों की अहम भूमिका होती है। शिक्षक और शिष्य का रिश्ता पवित्र होता है। स्कूल की प्राचार्य सिस्टर केविन ने कहा कि बच्चों को पढ़ाई के साथ-साथ ऐसे कार्यक्रमों में भाग जरूर लेना चाहिए। इससे उनका मनोबल बढ़ता है। मंच संचालन शिक्षिका गीता व एलिन ने किया। कार्यक्रम को सफल बनाने में मिस गुलाब, लिली, फांस्ता, कांता, रुथ, सुमन, सुजाता, एलिन, नूतन, कंचन, सावित्री, सीमा, एनी पीटर, गीता, शांति, बज्जू, स्वीटी का सराहनीय योगदान रहा।
– Varnan Live Report.
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