संवाददाता
बोकारो। बोकारो न केवल इस्पात उत्पादन के क्षेत्र में अपनी वैश्विक पहचान रखता है, बल्कि विभिन्न विधाओं में भी अंतरराष्ट्रीय स्तर पर इसकी ख्याति तूती बोलती है। इसी कड़ी में खेल के क्षेत्र में इस शहर को अंतरराष्ट्रीय स्तर की एक अभूतपूर्व उपलब्धि प्राप्त हुई है। बोकारो को खेल जगत की सर्वोच्च संस्था अंतर्राष्ट्रीय ओलंपिक समिति (आईओसी) की ओर से संरक्षित एवं समर्थित महत्वपूर्ण न्युक्लियस मिशन ग्लोबल एक्टिव सिटी नेटवर्क से जुड़ चुका है। बता दें कि बोकारो इस्पात नगर यह स्थान पाने वाला भारत का पहला और एशिया का दूसरा शहर बन चुका है। वर्तमान में इस प्रतिष्ठित मानक से विश्व के 10 नगरों को नवाजा जा चुका है, जिनमें रिचमॉन्ड (कनाडा), ब्युएन्स एयर्स (अर्जेंटीना), लीलेहैमर (नार्वे), टैम्पीयर (फिनलैंड), लीवरलरपूल (यूनाइटेड किंगडम), लीजुबीजाना (स्लोवेनिया), कारसियाका (तुर्की), लुसाने (स्विट्जरलैंड), गेवॉर्न (बोट्सवाना) और पोर्ट्मेरिसवी (पापुआ न्यू गिनी) के नाम शामिल हैं। इस गौरवशाली उपलब्धि के पीछे अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति परिवार की ओलंपिक शिक्षा संबंधित राष्ट्रीय इकाई भारतीय पीयरे डी कुरबटीन समिति (आईपीसीए) के कार्यकारिणी समिति सदस्य एवं बोकारो के अंतरराष्ट्रीय वालीबॉल प्रशिक्षक सह क्रीड़ा विशेषज्ञ जयदीप सरकार ने केंद्रीय भूमिका निभाई। बोकारो को भारत का पहला ग्लोबल एक्टिव सिटी कार्यक्रम सूची में शामिल किए जाने की आधिकारिक जानकारी इवालियो के अध्यक्ष गैब्रियल मेसमेर और ग्लोबल एक्टिव सिटी प्रोग्राम डायरेक्टर माइकल ग्रॉस की ओर से उपायुक्त मुकेश कुमार को जारी किए गए एक पत्र में दी गई है। पत्र में उन्होंने बोकारो को भारत भर में खेल व अन्य गतिविधियों के पटल पर अपने-आप में कुशल नेतृत्वकर्ता के रूप में भी माना है। ग्लोबल एक्टिव सिटी कार्यक्रमों के तहत यूएन, डब्ल्यूएचओ, यूनेस्को के एजेन्डा, मापदंडों और दिशा-निर्देशन में गतिविधियां आयोजित की जाती हैं।
क्यों मिली यह कामयाबी
जयदीप सरकार ने बताया कि बोकारो स्टील सिटी के खेल, शरीर-चर्चा, कला-संस्कृति, साहित्य, अकादमिक रुझान एवं उपलब्ध संसाधनों तथा अनुकूल परिवेश को ध्यान में रखकर ग्लोबल एक्टिव सिटी कार्यक्रम में इसे शामिल करने को लेकर पहल की गई थी। उन्होंने बताया कि बोकारो में खेल के साथ-साथ हर तरह की गतिविधियां लगातार होती रहती है। यहां खेल एवं अन्य गतिविधियों को लेकर अच्छा माहौल है। इसके मद्देनजर ही कई दिनों से प्रयास किया जा रहा था और उन्होंने अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति को इस संबंध में आवेदन दिया था।
सकारात्मक गतिविधियों में आएगी तेजी
जयदीप सरकार ने बताया कि बोकारो को आईओसी के ग्लोबल एक्टिव नेटवर्क से जोड़े जाने के बाद यहां खेल के साथ-साथ सांस्कृतिक, एकेडमिक, साहित्य, कला-संस्कृति आदि के क्षेत्र में सकारात्मक वातावरण तैयार हो सकेगा। इससे न केवल खेल के क्षेत्र में एक अनुकूल माहौल बनेगा, बल्कि हर तरह से एक पॉजिटिव एनवायरनमेंट का निर्माण संभव हो सकेगा। उन्होंने बताया कि इससे संबंधित होने वाले कार्यक्रमों को लेकर वह मनोनीत किए गए नोडल पदाधिकारियों के साथ बैठक कर आगे के कार्यक्रमों की रूपरेखा तैयार करेंगे।
उपायुक्त ने दिखाई तत्परता
आईपीसीए के सदस्य जयदीप सरकार ने बताया कि बोकारो को ग्लोबल एक्टिव सिटी के दौर में शामिल करने को लेकर जिले के उपायुक्त मुकेश कुमार की तरफ से काफी तत्परता और गंभीरता दिखाई गई। जयदीप ने जब आईओसी को दिए गए अपने आवेदन के संदर्भ में डीसी मुकेश से चर्चा की तो उन्होंने इसे सराहते हुए इस मिशन की सफलता में अपनी ओर से हरसंभव सहयोग तथा इस महती मूल्य आधारित कार्यक्रम को जल्द ही धरातल पर सभी के सहयोग से उतारने की भी बात कही। इवालियो के अध्यक्ष गार्बियल मेसमेर को उपायुक्त ने बीते 25 अक्टूबर 2019 को पत्र प्रेषित करते हुए बोकारो स्टील सिटी कोड ग्लोबल एक्टिव सिटी नेटवर्क से जोड़े जाने की हार्दिक इच्छा जतायी थी। इस संपर्क के परिणामस्वरूप बोकारो को यह उपलब्धि अंततः मिल ही गई। उपायुक्त ने ग्लोबल एक्टिव सिटी के अंतर्गत आयोजित होने वाले कार्यक्रमों के लिए जिला योजना पदाधिकारी पीवीएन सिंह और जिला आपदा प्रबंधन पदाधिकारी शक्ति कुमार को नोडल पदाधिकारी के रूप में मनोनीत किया है।
– Varnan Live Report.