DC, SP ने लिया वज्रगृह का जायजा, कहा- सुरक्षित माहौल में होगी पारदर्शी मतगणना

0
244
संवाददाता
बोकारो। चास स्थित कृषि उत्पाद बाजार समिति प्रांगण में बनाए गए वज्रगृह में बंद विस चुनाव के प्रत्याशियों की किस्मत का ताला खुलने को अब बस दो का समय शेष रह गया है। स्ट्रांग रूम सुरक्षा व्यवस्था ऐसी स्ट्रांग रखी गई है कि परिंदा भी पर न मार सके। जिले के उपायुक्त सह निर्वाचन पदाधिकारी मुकेश कुमार तथा पुलिस अधीक्षक पी. मुरुगन ने शुक्रवार को वज्रगृह पहुंच इसका जायजा लिया। साथ ही अधीनस्थ अधिकारियों को सुरक्षित तरीके से मतगणना को लेकर कई आवश्यक दिशा-निर्देश भी दिेए। निरीक्षण के दौरान मीडियाकर्मियों से बातचीत में उपायुक्त ने कहा कि प्रशासन सुरक्षित माहौल में पारदर्शी तरीके से मतगणना संपन्न कराने को लेकर कटिबद्ध है। उन्होंने बताया कि यहां त्रिस्तरीय सुरक्षा व्यवस्था की गई है। इसके अलावा अतिरिक्त रूप से भी चेकिंग पोस्ट बनाए गए हैं। प्रवेश द्वार के पास से ही चेकिंग शुरू हो जाती है। एसओपी के मानकों का ध्यान रखा जा रहा है। चारों तरफ से पूरा बाजार समिति परिसर सीसीटीवी की निगरानी में है। अलग-अलग जगहों पर भी एसपी ने विस्तृत योजना तैयार कर चारों तरफ सुरक्षा व्यवस्था मुस्तैद की है। जहां से ही सुरक्षा भंग होने की संभावना है, वहां सुरक्षा चौकियां लगाई गई हैं। जवानों को लगाया गया है। सीआरपीएफ, जिला पुलिस बल एवं अन्य अर्धसैनिक बलों के जवान लगाए हैं। निर्वाचन पदाधिकारी एवं उनके सभी अधिकारी लगे हुए हैं। सुरक्षा में और जरूरत होगी तो और भी बढ़ोत्तरी की जाएगी।
 
हर विस के लिए लगाए जाएंगे 24-24 टेबुल
जिला निर्वाची पदाधिकारी सह डीसी मुकेश कुमार ने बताया कि मतगणना को लेकर सभी विधानसभा क्षेत्रों के लिए 24-24 टेबल लगाए जाएंगे। ईटीबीएस (इलेक्ट्रॉनिकली ट्रांसमिटेड पोस्टल बैलेट पेपर) की गणना के लिए अलग से व्यवस्था की गई है। ईसीआई (भारत निर्वाचन आयोग) के मानदंडों के अनुसार इसके स्कैनिंग और काउंटिंग के लिए अलग-अलग व्यवस्था की गई बै। पहले स्कैनिंग होगी उसके बाद गणना होगी। इसी प्रकार पोस्टल बैलट के लिए भी अलग से समर्पित पदाधिकारी, नोडल पदाधिकारी लगाए गए हैं। रिटर्निंग ऑफिसर के लिए तकनीकी टीम सुविधा पर अपडेट करेगी। वीवीपैट को लेकर भी एक एसओपी के लिए अलग रूम बनाया गया है, ताकि वीवीपैट की गणना विधानसभा क्षेत्रवार हो सके। प्रशासन एसओपी के मानकों पर खरा उतरते हुए मतगणना की व्यवस्था सुनिश्चित करने में लगा है। इस बार आदर्श व्यवस्था बहाल की गई है। मतगणनास्थल को काफी स्पेसियस और माडल बनाया गया है।
 
त्रिस्तरीय है सुरक्षा व्यवस्था : एसपी
मौके पर एसपी पी. मुरुगन ने कहा कि मतगणना स्थल के लिए त्रिस्तरीय सुरक्षा व्यवस्था रखी गई है। वज्रगृह के अंदर ईसीआई की गाइडलाइन के अनुसार सीआरपीएफ को दिया गया है। इसके अलावा बाहर झारखंड सशस्त्र बल और जिला सशस्त्र बल की सुरक्षा व्यवस्था बहाल की गई है। साथ ही, सीसीटीवी से भी पूरे परिसर में निगरानी रखी जा रही है। कंट्रोल रूम भी बना हुआ है। उसके माध्यम से सभी जगहों की निगरानी रखी जा रही है। फायर टेंडर की भी एक स्थायी रूप से बाजार समिति में व्यवस्था की गई है। निरीक्षण के दौरान डीसी, एसपी के साथ डीडीसी रविरंजन मिश्रा, बेरमो एसडीओ प्रेम रंजन, अपर समाहर्ता विजय कुमार गुप्ता व अन्य अधिकारी भी मौजूद थे। 
– Varnan Live Report.
Previous articleGround Zero से सर्वे रिपोर्ट : झारखंड में किसी भी दल को बहुमत के आसार नहीं
Next articleएक हफ्ते से लापता अधेड़ की मिली लाश, तो भड़का जनाक्रोश, पुलिस पर रोड़ेबाजी
मिथिला वर्णन (Mithila Varnan) : स्वच्छ पत्रकारिता, स्वस्थ पत्रकारिता'! DAVP मान्यता-प्राप्त झारखंड-बिहार का अतिलोकप्रिय हिन्दी साप्ताहिक अब न्यूज-पोर्टल के अवतार में भी नियमित अपडेट रहने के लिये जुड़े रहें हमारे साथ- facebook.com/mithilavarnan twitter.com/mithila_varnan ---------------------------------------------------- 'स्वच्छ पत्रकारिता, स्वस्थ पत्रकारिता', यही है हमारा लक्ष्य। इसी उद्देश्य को लेकर वर्ष 1985 में मिथिलांचल के गर्भ-गृह जगतजननी माँ जानकी की जन्मभूमि सीतामढ़ी की कोख से निकला था आपका यह लोकप्रिय हिन्दी साप्ताहिक 'मिथिला वर्णन'। उन दिनों अखण्ड बिहार में इस अख़बार ने साप्ताहिक के रूप में अपनी एक अलग पहचान बनायी। कालान्तर में बिहार का विभाजन हुआ। रत्नगर्भा धरती झारखण्ड को अलग पहचान मिली। पर 'मिथिला वर्णन' न सिर्फ मिथिला और बिहार का, बल्कि झारखण्ड का भी प्रतिनिधित्व करता रहा। समय बदला, परिस्थितियां बदलीं। अन्तर सिर्फ यह हुआ कि हमारा मुख्यालय बदल गया। लेकिन एशिया महादेश में सबसे बड़े इस्पात कारखाने को अपनी गोद में समेटे झारखण्ड की धरती बोकारो इस्पात नगर से प्रकाशित यह साप्ताहिक शहर और गाँव के लोगों की आवाज बनकर आज भी 'स्वच्छ और स्वस्थ पत्रकारिता' के क्षेत्र में निरन्तर गतिशील है। संचार क्रांति के इस युग में आज यह अख़बार 'फेसबुक', 'ट्वीटर' और उसके बाद 'वेबसाइट' पर भी उपलब्ध है। हमें उम्मीद है कि अपने सुधी पाठकों और शुभेच्छुओं के सहयोग से यह अखबार आगे और भी प्रगतिशील होता रहेगा। एकबार हम अपने सहयोगियों के प्रति पुनः आभार प्रकट करते हैं, जिन्होंने हमें इस मुकाम तक पहुँचाने में अपना विशेष योगदान दिया है।

Leave a Reply