सार्वजनिक उपक्रमों में विनिवेश के खिलाफ हड़ताल पर रहे एलआईसीकर्मी

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बोकारो। एल.आई.सी. को शेयर बाजार में सूचीबद्ध करने और सार्वजनिक उपक्रमों में विनिवेश के खिलाफ गुरुवार को बोकारो के एलआईसीकर्मी हड़ताल पर रहे। शाखा-2 में उन्होंने विरोध प्रदर्शन किया तथा धरने पर बैठे रहे। 1 अगस्त 2017 से लंबित वेतन संशोधन के तत्काल समाधान के लिए शीघ्र वार्ता आहूत करने संबंधी मांगों के साथ 10 केन्द्रीय श्रम संगठनों के साथ एकजुटता दिखाते हुए देशव्यापी हड़ताल का उन्होंने समर्थन किया। बोकारो के बीमा कर्मचारियों ने आल इंडिया इंश्योरेंस इम्प्लाॅइज एसोसिएशन के आह्वान पर हड़ताल की। प्रदर्शन का नेतृत्व बीमा कर्मचारी संघ, हजारीबाग मंडल के संगठन सचिव दिलीप कुमार झा व सहायक सचिव सुशील कुमार सिंह कर रहे थे। इस दौरान उन्होंने अपनी मांगों को लेकर नारेबाजी भी की। दिलीप झा ने बताया कि यह सरकार अर्थव्यवस्था और उसको सबलता देनेवाले सार्वजनिक वित्तीय संस्थानों को तबाह करने पर तुली है। भारतीय जीवन बीमा निगम देश में ही नहीं, विश्व के सेवा क्षेत्र व वित्तीय क्षेत्र का सर्वश्रेष्ठ संस्थान है। गत वर्ष तक उसने केन्द्र सरकार की मात्र 5 करोड़ रू. की पूंजी के बदले 28000 करोड़ रू. का लाभांश भुगतान किया है। 32 लाख करोड़ रूप्ये की सम्पदा का निर्माण किया है। इसने पॉलिसीधारकों के विश्वास को और पुख्ता करते हुए 30 लाख करोड़ रूपए के निवेश सामाजिक कल्याणार्थ नियोजित ढांचे में किये हैं। पारदर्शिता बनाये रखते हुए हर तिमाही में इसके सार्वजनिक होते हैं, आई.आर.डी.ए व संसद के समक्ष पेश होते हैं परन्तु केन्द्रीय सरकार बीमाधारकों के हित की परवाह किये बिना भारतीय जीवन बीमा निगम जो कि पूरी तरह से भारत सरकार का उपक्रम है, को शेयर बाजार में सूचीबद्ध करके उसे भी निजीकरण की ओर धकेल का दुष्प्रयास कर रही है मौके पर नारायण शर्मा, हरे राम प्रसाद, महावीर, अजय कुमार, राजेश सिंह, राजेश कुमार चौधरी, संजय कुमार, तरूण कुमार, रितु कुमारी, पूजा भगत, शांता सिंह, कमलदेव प्रसाद, श्रवण लाल बेगी, संजीव मोहन, गोविंद मांझी, इन्दु भूषण, सुखदेव कुमार, मोहन कुमार, मनजी लालजी दुबे समेत कई बीमाकर्मी मौजूद रहे।

– Varnan Live Report.

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