बोकारो में पल्स का सुपर स्पेशलिटी क्लिनिक अब डीलक्स मेडिकल में, ओपीडी सेवाएं 12 से

0
991

बोकारो। एक ही छत के नीचे स्वास्थ्य संबंधी अनेक सुविधाएं प्रदान करने वाले प्रतिष्ठान सेक्टर- 4 लक्ष्मी मार्केट स्थित डीलक्स मेडिकल में अब रांची के पल्स सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल के चिकित्सकों की विशेष सेवा मिल सकेगी। प्रतिष्ठान की ओर से प्रबंधक अंकित सिंह ने बताया कि बोकारो में चिकित्सीय सुविधाओं को उन्नत बनाने के उद्देश्य से डीलक्स मेडिकल द्वारा यह पहल की जा रही है। इसके तहत 12 फरवरी से प्रत्येक शनिवार और रविवार को 11:00 बजे सुबह से लेकर शाम के 4:00 बजे तक विभिन्न विभागों से संबंधित पल्स के वरिष्ठ चिकित्सकों की ओपीडी का लाभ मिल सकेगा।

डीलक्स मेडिकल में ये सीनियर डॉक्टर मरीजों की जांच कर उनका इलाज करेंगे। इतना ही नहीं, आपातकालीन परिस्थिति के लिए पल्स में तुरंत चिकित्सीय सुविधा प्रदान करने की दिशा में भी यहां से सहयोग प्रदान किया जाएगा।

इस विशेष सुपर स्पेशलिटी क्लीनिक के तहत पल्स के न्यूरो सर्जन डॉ. साईं सुदर्शन, न्यूरोलॉजिस्ट डॉ. उज्जवल राय, जीआई सर्जरी के डॉ. नवीन कुमार, नेफ्रोलॉजिस्ट डॉ. केएम साहू, ऑर्थोपेडिक्स डॉ. सांकृत्यायन, इंटरनल मेडिसिन की डॉ. मेघा इसाक, पल्मनोलॉजी के डॉ अत्रि गंगोपाध्याय, यूरोलॉजी के डॉ. सौमिक चटर्जी, स्त्री व प्रसूति रोग की डॉ. स्निग्धा चटर्जी और डॉ. निवेदिता मिश्रा अपनी सेवा विशेष रूप से देंगे।

इच्छुक व्यक्ति मोबाइल नंबर 9297959005 पर संपर्क कर अपना ओपीडी अपॉइंट करा सकते हैं।

– Varnan Live Report.

Previous articleऑरम लॉन्ज का उद्घाटन, परिवार संग बैठ जायके का नया अनुभव अब ले सकेंगे बोकारोवासी
Next articleडीपीएस ने फिर बढ़ाया बोकारो का मान, कोलंबो में सम्मानित हुए प्राचार्य एएस गंगवार
मिथिला वर्णन (Mithila Varnan) : स्वच्छ पत्रकारिता, स्वस्थ पत्रकारिता'! DAVP मान्यता-प्राप्त झारखंड-बिहार का अतिलोकप्रिय हिन्दी साप्ताहिक अब न्यूज-पोर्टल के अवतार में भी नियमित अपडेट रहने के लिये जुड़े रहें हमारे साथ- facebook.com/mithilavarnan twitter.com/mithila_varnan ---------------------------------------------------- 'स्वच्छ पत्रकारिता, स्वस्थ पत्रकारिता', यही है हमारा लक्ष्य। इसी उद्देश्य को लेकर वर्ष 1985 में मिथिलांचल के गर्भ-गृह जगतजननी माँ जानकी की जन्मभूमि सीतामढ़ी की कोख से निकला था आपका यह लोकप्रिय हिन्दी साप्ताहिक 'मिथिला वर्णन'। उन दिनों अखण्ड बिहार में इस अख़बार ने साप्ताहिक के रूप में अपनी एक अलग पहचान बनायी। कालान्तर में बिहार का विभाजन हुआ। रत्नगर्भा धरती झारखण्ड को अलग पहचान मिली। पर 'मिथिला वर्णन' न सिर्फ मिथिला और बिहार का, बल्कि झारखण्ड का भी प्रतिनिधित्व करता रहा। समय बदला, परिस्थितियां बदलीं। अन्तर सिर्फ यह हुआ कि हमारा मुख्यालय बदल गया। लेकिन एशिया महादेश में सबसे बड़े इस्पात कारखाने को अपनी गोद में समेटे झारखण्ड की धरती बोकारो इस्पात नगर से प्रकाशित यह साप्ताहिक शहर और गाँव के लोगों की आवाज बनकर आज भी 'स्वच्छ और स्वस्थ पत्रकारिता' के क्षेत्र में निरन्तर गतिशील है। संचार क्रांति के इस युग में आज यह अख़बार 'फेसबुक', 'ट्वीटर' और उसके बाद 'वेबसाइट' पर भी उपलब्ध है। हमें उम्मीद है कि अपने सुधी पाठकों और शुभेच्छुओं के सहयोग से यह अखबार आगे और भी प्रगतिशील होता रहेगा। एकबार हम अपने सहयोगियों के प्रति पुनः आभार प्रकट करते हैं, जिन्होंने हमें इस मुकाम तक पहुँचाने में अपना विशेष योगदान दिया है।

Leave a Reply