घोटाले पर घोटाला… उद्योग सचिव रहते हुए भी पूजा सिंघल ने करोड़ों रुपए डकारे

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लाइसेंस रिन्युअल के लिए मांगे 40 लाख, ED और DRI के पास पहुंची Call Recording

मुख्य सचिव सुखदेव सिंह बोले- बोकारो के बियाडा से उगाही मामले में होगी जांच

शशांक शेखर

बोकारो/रांची/पटना : अब तक खान सचिव के रूप में अरबों रुपए के घोटाले में शामिल पूजा सिंघल की कारगुजारियों के खुलासे के बाद अब उन पर उद्योग सचिव पद के घोर दुरुपयोग का भी मामला सामने आया है। झारखंड सरकार के उद्योग सचिव के रूप में भी उन्होंने घोटाले किए और करोड़ों रुपए डकार लिए। इस भ्रष्टाचार की भी परत दर परत अब खुलती जा रही है। इसका ताजा उदाहरण बोकारो का बियाडा है, जहां सचिव (उद्योग) ने प्रबंध निदेशक के रूप में 70 से ज्यादा उद्योगों के लाइसेंस रद्द कर दिए। बाद में व्यक्तिगत तौर पर कंपनियों से फोन से संपर्क किया और जिन कंपनियों ने चढ़ावा दिया, उनके लाइसेंस का नवीकरण कर दिया गया। इस संबंध में कई अधिकारियों की भूमिका संदिग्ध है। जिन कंपनियों से संपर्क किया गया, उनमें से कई के साथ फोन की रिकॉर्डिंग ईडी (प्रवर्तन निदेशालय) और डीआरआई (डायरेक्टरेट ऑफ रेवेन्यू इंटेलिजेंस) तक पहुंच चुकी है।
इस संवाददाता से बातचीत में डीजीपी रैंक के एक अधिकारी ने कहा कि बियाडा में बीएमडब्ल्यू नामक कंपनी से पैसे की लेन-देन की मांग की रिकॉर्डिंग मौजूद है। कंपनी का लाइसेंस नवीकरण करने के एवज में 40 लाख रुपए की मांग की गई थी। इसके बाद कंपनी की ओर से हाईकोर्ट में अपील कर दी गई। इसी प्रकार, कई ऐसे उद्योग हैं, जिन्होंने चढ़ावा नहीं दिया, तो उनके लाइसेंस अब तक अधर में लटके हैं। यह कहीं न कहीं बोकारो के औद्योगिक विकास के साथ खिलवाड़ है।
अफसरों की मिलीभगत से बोकारो औद्योगिक विकास क्षेत्र प्राधिकार (बियाडा), बोकारो से करोड़ों रुपए की उगाही हुई है। यही नहीं, रीजनल डायरेक्टर (जियाडा) का पद अपने चहेते अधिकारी को दे दिया गया, जो पूर्व में अधिकांश तौर पर डीसी को ही मिलता था। हाल में तत्कालीन डीसी राजेश सिंह के समय तक यह पद उनके पास ही था। वर्तमान में बोकारो डीसी को बियाडा/जियाडा में किसी भी दायित्व से दूर रखते हुए मनमाने तरीके से लाइसेंस के नाम पर घोटाले का खेल खेला गया। जाहिर है, इसमें कहीं न कहीं भ्रष्टाचार की बू आती है।

गहनता से जांच हुई, तो पूरे राज्य में होगा खुलासा

बहरहाल, यह तो थी केवल बोकारो की बात। जानकार बताते हैं कि बोकारो के साथ-साथ रांची, जमशेदपुर, हजारीबाग तथा संथाल परगना में भी भ्रष्टाचार का यह खेल खेला गया। इसकी अगर गहनता से जांच कराई जाय, तो पूरे राज्य में पूजा सिंघल के उद्योग सचिव रहते अरबों के घोटाले सामने आ सकते हैं। इस संबंध में एक विशेष फाइल डीआरआई और ईडी ने अपने अधीन कर ली है। फोन पर वार्तालाप का पूरा विवरण इकट्ठा किया गया है।

– Varnan Live Report.

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