-Our Correspondent.
बोकारो। बोकारो पुलिस ने राजस्थान की अजमेर पुलिस के सहयोग से एक ऐसे शख्स को गिरफ्तार किया है, जो बोकारो स्थित इलेक्ट्रो स्टील प्लांट में निर्मित 17 लाख रुपए मूल्य का सरिया लेकर फरार हो गया था। अब्दुल खान नामक। इस सरिया-चोर को पुलिस ने ग्राहक बनकर नाटकीय ढंग से अजमेर से गिरफ्तार किया और उसे बोकारो लाया गया चास के एसडीपीओ बहामन टूटी के अनुसार बीते छह जुलाई को सियालजोरी इलेक्ट्रोस्टील प्लांट में ट्रेलर गाड़ी संख्या आरजे 32 जीए 7497 में 17 लाख रुपए का सरिया भटिंडा पंजाब भेजने के लिए मेसर्स झारखंड ट्रांसपोर्ट कंपनी द्वारा बुक कराया गया था। वह गाड़ी जब अपने समयानुसार गंतव्य पर नहीं पहुंची तो ड्राइवर से संपर्क स्थापित करने की कोशिश की गई, लेकिन संपर्क नहीं हो पाया। गाड़ी मालिक का रवैया भी संदिग्ध लगने पर 19 जुलाई को ट्रांसपोर्ट कंपनी द्वारा गाड़ी मालिक और ड्राइवर पर चास मुफस्सिल थाने में मामला दर्ज कराया गया। कांड दर्ज होने के बाद अनुसंधान शुरू हुआ और इसका उद्भेदन करते हुए अजमेर, राजस्थान की पुलिस की मदद से उक्त ट्रेलर गाड़ी संख्या के चालक सह मालिक अब्दुल खान (33) को अजमेर के नसीराबाद बड़ी मंडी रामसर चुंगी से गिरफ्तार किया गया।
उसके पास से चुराए गए सरिया को भी बरामद किया गया। उसने पुलिस को बताया कि गाड़ी का नंबर प्लेट बदलकर फर्जी कागजात के सहारे उसने घटना को अंजाम दिया था। उसके इकबालिया बयान के आधार पर एसडीपीओ ने बताया कि वह ट्रेलर वाहन संख्या आरजे 27जीबी 6726 का मालिक है, जिसका किस्त बाकी था और अन्य कार्य में काफी कर्ज में वह डूब चुका था। इसी कारणवश उसने चोरी करने का मन बनाया और चोरी की नीयत से ही चार जुलाई को अपना ट्रेलर लेकर वह बोकारो आया। रास्ते में वाहन संख्या आरजे 32 जीए 7497 का फर्जी कागजात यूपी से बनाकर लेता आया था। बोकारो आकर धीरेंद्र मिश्रा नामक एक व्यक्ति को अपने मोबाइल नंबर से फोन कर माल लोडिंग के लिए कहा तो धीरेन्द्र ने इसे बालाजी ट्रांसपोर्ट के माध्यम से सियालजोरी, बोकारो स्थित इलेक्ट्रो स्टील कंपनी से भटिंडा पंजाब के लिए बुक कराया। पांच जुलाई को वाहन संख्या 32 जीए 7497 के पास लगा दिया तथा कंपनी से 32 एमएम का करीब 41. 740 मिट्रिक टन लोडकर 7 जुलाई को सुबह वहां से चलकर मिश्रा पेट्रोल पंप पहुंचा। वहां अपनी गाड़ी की टंकी फुल कराकर भटिंडा पंजाब जाने के बजाय अजमेर रास्ते के लिए निकल गया। रास्ते में अपने सिम को तोड़-फोड़कर फेंक दिया, जो उसका फर्जी नंबर था। रास्ते में ट्रेलर का तेल खत्म हो जाने के कारण यूपी-बिहार के बीच 4130 सरिया उसने भेज दी। वहां से गाड़ी लेकर नसीराबाद अजमेर के लिए चले और किशनगढ़ टोल प्लाजा पार करने के समय अपने ट्रेलर का असली वाहन नंबर आरजे 27 जीबी 6726 लगा दिया और वाहन संख्या 32 जीए 7497 के प्लेट को तोड़कर फेंक दिया। इसके बाद ट्रेलर के पीछे लिखे नंबर को भी पीले रंग से उसने पोत डाला। 10 जुलाई को वह अजमेर पहुंचे और 11 जुलाई को नसीराबाद बड़ी मंडी रामसर चुंगी के पास सड़क किनारे एमडी आवर के पास सरिया से लोड वाहन को खड़ा कर दिया। इसके बाद उसे बेचने के लिए गुप्त रूप से वह इधर-उधर ग्राहक खोजने लगा। इसी बीच पुलिस ने मिली जानकारी के आधार पर ग्राहक बनकर उसे रंगेहाथ पकड़ लिया। उसके बाद उसे बोकारो लाया गया।
- Varnan Live Report.