पाकिस्तान में अब तख्ता पलट की तैयारी, इमरान के जेल जाने की बारी!

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Photo courtesy : google images

नीरज कुमार झा
नई दिल्ली : पाकिस्तान में ‘यू-टर्न’ के नाम से मशहूर हो चुके वजीर-ए-आजम इमरान खान की सरकार पर तख्ता पलट का खतरा मंडराने लगा है। यह सब तब हो रहा है, जब संयुक्त राष्ट्र में भारत से पिटकर खाली हाथ लौटे इमरान की पूरे देश में फजीहत हो रही है। फिर उनकी पार्टी पीटीआई के एक नेता बाबर ने उनके खिलाफ भ्रष्टाचार की पोल खोल दी है। चुनाव आयोग ने भी उनकी फाइल खोल दी है। इमरान पर विदेशों से करोड़ों रुपये का धन इकट्ठा करने का आरोप है। इन घटनाक्रमों के बीच पाकिस्तानी सेना प्रमुख बाजवा ने वहां के व्यवसायियों की एक अहम बैठक बुलाकर यह संदेश दे दिया है कि इमरान खान पाकिस्तान में बिल्कुल नकारा साबित हो चुके हैं। पाकिस्तान की रसातल में जाती अर्थव्यवस्था को संभालने के लिए वहां की सेना को आगे आना पड़ा है। सेना प्रमुख कमर जावेद बाजवा ने देश के बड़े कारोबारियों से निजी मुलाकात की है। यह मुलाकातें कराची के सैन्य कार्यालय के अलावा सेना के रावलपिंडी स्थित हेडक्वार्टर में आयोजित की गई, जहां पर बाजवा ने कारोबारियों से अर्थव्यवस्था को सुधारने के लिए सुझाव मांगे हैं। विशेषज्ञ इसको एक तरह से सेना की तख्तापलट करने की तैयारी के तौर पर भी देख रहे हैं। इमरान खान के कार्यकाल से खुश न होने पर ही बाजवा ने यह कदम उठाया है। इससे पहले इमरान खान की सरकार में कभी भी सेना ने आर्थिक हालात पर दखल नहीं दिया है।
पाकिस्तान के अखबार ‘डॉन’ की रिपोर्ट के मुताबिक, बाजवा ने कारोबारियों से कहा कि वे जल्द से जल्द निवेश बढ़ाने के बारे में विचार करें, ताकि अर्थव्यवस्था में आयी कमियों को दूर किया जा सके। यह पहली बार है कि जब सेना ने अर्थव्यवस्था को लेकर के कारोबारियों के साथ मुलाकात की है। पाकिस्तान के ज्यादातर बड़े कारोबारियों को इमरान खान सरकार से ज्यादा सेना परभरोसा है। आर्थिक विशेषज्ञों का मानना है कि सेना देश के आर्थिक हालात को अच्छे से सुधार सकती है। उनका मानना है कि इमरान सरकार इस मामले से निपटने के लिए ज्यादा सक्षम नहीं है। हालांकि कुछ का कहना है कि इससे पाकिस्तान की डेमोक्रेसी और असैन्य संगठनों पर पर असर पड़ सकता है और सेना जल्द ही इमरान खान सरकार को हटाकर के खुद ही देश की कमान अपने हाथों में ले सकती है। ऐसा इसलिए, क्योंकि पाकिस्तान के इतिहास में कई बार यह देखने को मिला है, जब सेना ने निर्वाचित सरकार को हटाकर खुद ही कमान संभाल ली है। फिलहाल पाकिस्तान में जो हालात दिख रहे हैं, उससे यह साफ संकेत मिलने लगे हैं कि फौरेन फंडिंग के मामले में इमरान फंस चुके हैं। पाकिस्तान आशिफ अली जरदारी और पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ को जेल भेजने वाले इमरान की खुद की बारी आ गयी है।
दरअसल, जम्मू-कश्मीर के मसले पर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत के हाथों कूटनीतिक हार और देश में चल रही अर्थव्यवस्था की बुरी हालत ने पाकिस्तान को इन दिनों मुश्किलों में डाल दिया है। हर किसी के निशाने पर पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान हैं। पाकिस्तानी मीडिया में इस बात की अटकलें तेज हैं कि पाकिस्तान के बड़े बिजनेसमैन इमरान खान की नीतियों से परेशान चल रहे हैं। इसी वजह से अब कमर बाजवा ने उनकी परेशानी जानने की कोशिश की। कमर बाजवा अक्सर सेना की वर्दी में ही नजर आते हैं, लेकिन यहां वह वर्दी नहीं, बल्कि सूट-बूट में बैठक करते नजर आये। मीडिया चैनल में एक्सपर्ट भी इस बात को रख रहे हैं कि पाकिस्तान में अब लोग नए विकल्प को ढूंढ रहे हैं, लेकिन सेना से बड़ा विकल्प कोई नहीं है। ऐसे में अब तख्तापलट ही सबसे बड़ा रास्ता है। गौरतलब है कि पाकिस्तान में आम चुनाव से पहले आतंकियों और सेना ने खुले तौर पर इमरान खान का समर्थन किया था, लेकिन इमरान खान कामकाज संभाल नहीं पाये। न ही अर्थव्यवस्था के मोर्चे पर पाकिस्तान में कुछ हो पाया और न ही जम्मू-कश्मीर के मसले पर कुछ हो पाया।

  • Varan Live Report.

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