चास नगर परिषद की पहली अध्यक्ष गंगा भालोटिया ने मेयर चुनाव के लिए दावेदारी ठोकी, कहा- फिर संवारेंगे शहर की सूरत

0
656

बोकारो। चास नगर निगम चुनाव के लिए अब राजनीतिक सरगर्मी तेज होती दिख रही है। नए-पुराने सभी नेता अब एक बार फिर चुनावी मैदान में ताल ठोंक कर लड़ने के लिए लिए तैयार दिखने लगे हैं। इसी कड़ी में चास नगर परिषद की पहली अध्यक्ष गंगा देवी भालोटिया ने भी निगम के मेयर पद पर अपनी दावेदारी ठोंक दी है। गुरुवार को एक कार्यक्रम के दौरान श्रीमती भालोटिया ने बाकायदा इसका ऐलान कर दिया। बतौर नगर परिषद अध्यक्ष अपने निर्विवाद कार्यकाल और अपनी कार्य संबंधी उपलब्धियों की बदौलत उन्होंने अपने नाम के अनुरूप ही चास में एक बार फिर विकास की गंगा बहाने की प्रतिबद्धता जताई है।
पत्रकारों के साथ बातचीत में उन्होंने चास नगर निगम का महापौर पद आधी आबादी, यानी महिलाओं के लिए आरक्षित करने पर झारखंड सरकार के प्रति आभार जताया। उन्होंने कहा कि चास शहरी निकाय में वास्तविक लोकतांत्रिक प्रणाली वर्ष 2010 में शुरू हुई थी। इसके पहले प्रशासनिक पदाधिकारियों के जिम्मे नगर के विकास का दायित्व था। 2010 में चास नगर परिषद का प्रथम अध्यक्ष बनने का गौरव उन्हें शहरवासियों ने दिया, जिसके लिए वह उनके आभारी हैं।
उन्होंने कहा कि 2010 से 2015 तक उनका कार्यकाल पूरी तरह अविवादित रहा। इस अवधि में उन्होंने चास में कई मूलभूत नागरिक सुविधा संबंधी योजनाओं को धरातल पर उतारा। चास जलापूर्ति योजना के प्रथम चरण का काम पूरा करना हो या स्ट्रीट लाइटों से चास को जगमग बनाना हो, चाहे न्यूनतम बजट में साफ- सफाई की व्यवस्था हो, ऐसे कई काम उन्होंने अपने कार्यकाल में पूरे किये। उन्होंने जातिवाद से अलग हटकर आजीवन लोगों के लिए समर्पित रहने की कटिबद्धता व्यक्त की। उन्होंने कहा कि वह हमेशा से सभी जाति, धर्म की महिलाओं के सम्मान के लिए लड़ाई लड़ती रही हैं।

पिछला चुनाव महिला रिजर्व न होने पर नहीं लड़ा चुनाव

श्रीमती भालोटिया ने कहा कि वर्ष 2015 में महापौर का प्रत्याशी बनने के लिए लोगों ने उनके ऊपर दबाव बनाया, लेकिन नगर निगम महापौर का पद महिलाओं को समर्पित न करने के कारण उन्होंने चुनाव नहीं लड़ने का फैसला लिया। अब चूंकि इस बार यह पद महिलाओं के लिए आरक्षित हो गया है और समाज के हर तबके के लोगों ने उन्हें चुनाव में लड़ने का दबाव बनाया, इसलिए वह फिर आगे आईं। समर्थकों के इस अनुरोध के कारण उन्होंने स्वयं को महापौर पद का एक उम्मीदवार घोषित किया है।

चास को व्यावसायिक शहर और ट्रांसपोर्ट नगर बनाना है Dream Project

उन्होंने कहा कि चास नगर निगम को अविवादित कार्यस्थल बनाना और प्रजातांत्रिक तरीके से वार्ड पार्षद सहित समाज के सभी तबके के लोगों का सहयोग प्राप्त कर बगैर किसी दबाव में निष्पक्ष और स्वतंत्र निर्णय लेकर निगम के कार्य को सुचारु रूप से चलाना उनका लक्ष्य है। शहरी क्षेत्र में मूलभूत नागरिक सुविधा, जैसे- साफ-सफाई, पेयजलापूर्ति, स्ट्रीट लाइट आदि सेवाओं को सुदृढ़ करना उनकी प्राथमिकता होगी। लोगों के सामर्थ्य के अनुसार टैक्स प्राप्त कर चास शहर को व्यावसायिक बनाना और ट्रांसपोर्ट नगर की स्थापना उनका ड्रीम प्रोजेक्ट होगा। उन्होंने इस चुनाव में समस्त चासवासियों से सहयोग की अपेक्षा व्यक्त की है। इस दौरान श्रीमती भालोटिया के साथ मुख्य रूप से काजल भालोटिया, पुष्पा अग्रवाल, देवकी अग्रवाल, सुभाष केजरीवाल, ललित भालोटिया, नरेश लोधा, मनोज कुमार, प्रतीक भालोटिया सहित अन्य कई लोग मौजूद थे।

Varnan Live Report.

Previous articleधर्मवीर ने NCP प्रदेश उपाध्यक्ष बनाने पर पार्टी नेताओं के प्रति जताया आभार
Next article19 को बोकारो में 79 सेंटर पर होगी JPSC की परीक्षा, कोई भी गैजेट ले जाने की सख्त मनाही, जानें और शर्तें
मिथिला वर्णन (Mithila Varnan) : स्वच्छ पत्रकारिता, स्वस्थ पत्रकारिता'! DAVP मान्यता-प्राप्त झारखंड-बिहार का अतिलोकप्रिय हिन्दी साप्ताहिक अब न्यूज-पोर्टल के अवतार में भी नियमित अपडेट रहने के लिये जुड़े रहें हमारे साथ- facebook.com/mithilavarnan twitter.com/mithila_varnan ---------------------------------------------------- 'स्वच्छ पत्रकारिता, स्वस्थ पत्रकारिता', यही है हमारा लक्ष्य। इसी उद्देश्य को लेकर वर्ष 1985 में मिथिलांचल के गर्भ-गृह जगतजननी माँ जानकी की जन्मभूमि सीतामढ़ी की कोख से निकला था आपका यह लोकप्रिय हिन्दी साप्ताहिक 'मिथिला वर्णन'। उन दिनों अखण्ड बिहार में इस अख़बार ने साप्ताहिक के रूप में अपनी एक अलग पहचान बनायी। कालान्तर में बिहार का विभाजन हुआ। रत्नगर्भा धरती झारखण्ड को अलग पहचान मिली। पर 'मिथिला वर्णन' न सिर्फ मिथिला और बिहार का, बल्कि झारखण्ड का भी प्रतिनिधित्व करता रहा। समय बदला, परिस्थितियां बदलीं। अन्तर सिर्फ यह हुआ कि हमारा मुख्यालय बदल गया। लेकिन एशिया महादेश में सबसे बड़े इस्पात कारखाने को अपनी गोद में समेटे झारखण्ड की धरती बोकारो इस्पात नगर से प्रकाशित यह साप्ताहिक शहर और गाँव के लोगों की आवाज बनकर आज भी 'स्वच्छ और स्वस्थ पत्रकारिता' के क्षेत्र में निरन्तर गतिशील है। संचार क्रांति के इस युग में आज यह अख़बार 'फेसबुक', 'ट्वीटर' और उसके बाद 'वेबसाइट' पर भी उपलब्ध है। हमें उम्मीद है कि अपने सुधी पाठकों और शुभेच्छुओं के सहयोग से यह अखबार आगे और भी प्रगतिशील होता रहेगा। एकबार हम अपने सहयोगियों के प्रति पुनः आभार प्रकट करते हैं, जिन्होंने हमें इस मुकाम तक पहुँचाने में अपना विशेष योगदान दिया है।

Leave a Reply