रामगढ़ के रांची रोड बाजार में चला रेलवे का बुलडोजर, जमींदोज हुईं दशकों पुरानी सब्जी मंडी व सैकड़ों दुकानें

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विशेष संवाददाता
रामगढ़ : रेलवे प्रशासन ने शहर के रांची रोड में रेलवे की जमीन पर बसी वर्षों पुरानी सब्जी मंडी व वहां निर्मित सैकड़ों दुकानों पर बुलडोजर चलवाकर गुरुवार को उन्हें जमींदोज कर दिया। दरअसल, माण्डू अंचल क्षेत्र अन्तर्गत रांची रोड रेलवे स्टेशन के समीप स्थित रांची रोड बाजार में मांडू अंचल के क्षेत्र में रेलवे की जमीन पर एक सौ से अधिक छोटी-बड़ी दुकानें बनी हुई थीं। यहां पुरानी भारत रिफ्रैक्ट्रीज लिमिटेड और इंडिया फारब्रिक्स एंड इंशूलेशन कंपनी (अब एसआरयू, सेल रिफ्रैक्ट्री यूनिट की इकाई) के हजारों कर्मचारियों के अलावा आस-पास के कई गांवों के लोग लगभग छह दशक वर्ष पूर्व से हाट-बाजार करते रहे हैं। इसी के बगल में हिन्दुस्तान पेट्रोलियम का री-फीलिंग सेन्टर था, जहां से एचपीसीएल का यह सेन्टर (गोदाम) बोकारो चला गया और इसके खाली हो जाने के बाद रेलवे को इस जमीन के उपयोग की जरूरत जान पड़ी। लिहाजा, रेलवे पिछले कई वर्षों से अतिक्रमण हटाने के लिए दबाव बना रहा था। इस जमीन पर रेलवे अपना रिपेयरिंग वर्कशॉप बनवा रहा है। रिपेयरिंग वर्कशॉप निर्माण को लेकर जमीन की कमी होने पर रेलवे ने अपनी जमीन से अतिक्रमण हटाया है। रेलवे के अधिकारियों का कहना है कि रेल विभाग यहां पर अपना वर्कशॉप बनवा रहा है। इसके कारण यह अतिक्रमण हटाया जा रहा है। रेलवे के अधिकारी, जिला के पदाधिकारी, जिला के पुलिस बल और आरपीएफ के सशस्त्र जवानों की देख-रेख में गुरुवार को पूर्वाह्न 10 बजे से अतिक्रमण हटाना आरंभ किया गया, जिसके बाद रांची रोड बाजार में खलबली मच गई। देखते ही देखते रेलवे विभाग के दो बुलडोजर दुकानों को गिराने लगे और उसके बाद वहां कोहराम मच गया। लगभग 60 वर्ष पूर्व से बनी दुकानों को आरपीएफ के जवानों ने बंदूक की नोंक पर तोड़वा दिया। जब तक दुकानदार कुछ समझते, उसके पहले ही उनकी दुकानें ध्वस्त हो चुकी थीं।

लोगों में सांसद के खिलाफ दिखा लोगों में गुस्सा

बड़ी संख्या में पुलिस बल और मजिस्ट्रेट की तैनाती ने दुकानदारों का मनोबल तोड़ दिया। पुलिस प्रशासन के इस रुख से सैकड़ों लोग नाराज होकर आने वाले चुनाव में भाजपा को सबक सिखाने की बात कहने लगे। स्थानीय दुकानदारों ने कहा कि सांसद जयंत सिन्हा को हम लोगों पर ध्यान देना चाहिए था, लेकिन उन्होंने हम लोगों के व्यवसाय और परिवार पर ध्यान नहीं दिया। व्यवसायियों ने कहा कि हम लोगों ने कई बार सांसद के पास गुहार लगायी थी। कहा था कि बरसात के मौसम में छोड़ दिया जाए, पूजा पाठ का समय आ रहा है।हम लोग कोरोना से आर्थिक रूप से कमजोर हो गए हैं, लेकिन इसके बाद भी हम लोगों पर ध्यान नहीं दिया गया। हालांकि, रांची रोड के सैकड़ों दुकानदारों की आवाज सांसद तक पहुंची, लेकिन सांसद जयंत सिन्हा के प्रतिनिधि के रूप में सांसद प्रतिनिधि इला रानी पाठक जब तक वहां पहुंचीं, तब तक सैकड़ों दुकानों की मिट्टी पलीद हो चुकी थी। दुकानों को तोड़ने के लिए दो- दो जेसीबी मशीनें काम कर रही थीं। लोगों ने अपनी दुकानों में पड़े सामानों को निकालने का भी पूरा प्रयास किया, लेकिन कई लोगों की दुकान में सामान भी नष्ट हो गये।  दुकानदारों का कहना है कि अचानक तोड़े जाने से लाखों रुपए का नुकसान हुआ है। वहीं, रेलवे द्वारा इस प्रकार की गई कार्रवाई से लोगों में भारी आक्रोश दिख रहा है। रांची रोड बाजार के सैकड़ों दुकानदार इसके लिए सीधे तौर पर भाजपा को जिम्मेदार मान रहे हैं। तोड़े गए दुकान अधिकतर भाजपा समर्थक के बताए जाते हैं।

– Varnan Live Report.

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