भारत के विख्यात गणितज्ञ आनंद के ‘सुपर-30’ के मेंटर एसपी चंदन झा ने डीपीएस बोकारो में विद्यार्थियों को दिए सफलता के टिप्स, कहा-
बोकारो : ‘अगर आपने दृढ़ निश्चय के साथ एक लक्ष्य निर्धारित किया है और उसके प्रति सच्ची लगन व परिश्रम के साथ सतत प्रयास करते हैं तो एक न एक दिन कामयाबी आपके कदम जरूर चूमेगी। आपका लक्ष्य मजबूत और केंद्रित होना चाहिए।’ उक्त बातें बोकारो के पुलिस अधीक्षक चंदन कुमार झा ने डीपीएस बोकारो में गुरुवार को 12वीं के विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कही। ज्ञातव्य है कि श्री झा भारत के विख्यात गणितज्ञ आनंद के ‘सुपर-30’ में मेंटर भी रह चुके हैं, जिन्होंने 2003 से 2007 तक वहां विद्यार्थियों को पढ़ाया है।

विद्यालय के कालीदास कला भवन में अतिथि व्याख्यान के तहत आयोजित इस विशेष कार्यक्रम में उन्होंने बच्चों से कहा कि वे जितनी मेहनत करेंगे, उनकी क्षमता उतनी ही अधिक बढ़ेगी। अपनी कमजोरी पर काम करना होगा और सर्वश्रेष्ठ का लक्ष्य बनाकर चलना होगा। सफलता और असफलता के बाद की स्थितियों का भी संतुलन जरूरी है। उन्होंने सफलता में सामाजिक जीवन और पेशेवर जीवन में बैलेंस जरूरी बताया।
एसपी ने विद्यार्थियों को 12वीं की परीक्षा के साथ-साथ संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी), इंजीनियरिंग एवं अन्य परीक्षाओं में भी सफलता के टिप्स दिए। विद्यार्थियों के प्रश्नों का उत्तर देते हुए उनकी जिज्ञासाएं शांत कीं। उन्होंने विज्ञान और कला संकायों में मूल अंतर बताते हुए कहा कि साइंस में विषयों का बेसिक अगर आप समझ गए हैं, तो कोई परेशानी नहीं होगी। उन्होंने इंजीनियरिंग और यूपीएससी परीक्षा में अपनी सफलता के अनुभव विद्यार्थियों से साझा करते हुए इसके पैटर्न बताए। कहा कि यूपीएससी में कम्युनिकेशन स्किल काफी मायने रखता है, इसलिए अभी से ही इसे मजबूत बनाना चाहिए। उन्होंने कहा कि सिविल सर्विसेज की परीक्षा में यह जरूरी नहीं कि पहले प्रयास में ही कामयाबी मिल जाए। अगर आपका लक्ष्य मजबूत होगा, तो सफलता निश्चित मिलेगी। नाकामी से हताश नहीं होना चाहिए। उन्होंने बताया कि किस प्रकार वह ‘गंगाजल’ फिल्म देखकर प्रेरित हुए और गणित शिक्षक बनने की बजाय उनका लक्ष्य आईपीएस अधिकारी बनने के लिए केंद्रित हो गया।

भावनाओं में बहकर नहीं लें कोई फैसला, माता-पिता के अनुभवों का करें आदर
एसपी ने विद्यार्थियों को अपने जीवन के अनुभव बताते हुए उन्हें प्रेरित किया। उन्होंने कहा कि आज वह जो कुछ भी हैं, अपने पिता की प्रेरणा से ही हैं। हमें अभिभावकों के अनुभवों से लाभ लेना चाहिए। उनकी सलाह का आदर अवश्य करें। आप में जोश है, लेकिन अभी परिपक्वता नहीं है। आप मोबाइल युग के हैं और आपका दायरा फिलहाल काफी सीमित है, इसलिए भावनाओं में बहकर कोई भी निर्णय न लें। अपनी रुचि और सलाह के आधार पर ही अच्छी तरह रिसर्च करने के बाद करियर चुनें। इस दौरान विद्यार्थियों ने एसपी को स्मृति चिन्ह भेंट किया। इसके पूर्व विद्यालय में श्री झा के आगमन पर प्राचार्य ए.एस. गंगवार ने उनका स्वागत किया और विद्यार्थियों को अपना मार्गदर्शन देने के लिए उनके प्रति आभार जताया।
– Varnan Live Report.