रंग ला रही बोकारो प्रेस क्लब की पहल, भवन निर्माण के लिए डीसी ने कराई मापी

0
219

चिह्नित भूमि पर क्लब-निर्माण के लिए प्राक्कलन बनाने की तैयारी शुरू

बोकारो। बोकारो प्रेस क्लब की पहल सरकारी स्तर पर रंग लाती दिख रही है। पत्रकारों की इस निबंधित संस्था द्वारा पूर्व में किए गए पत्राचार के आलोक में बोकारो प्रेस क्लब के लिए आवंटित भूमि की बुधवार को मापी कराई गई। उपायुक्त कुलदीप चौधरी के निर्देश पर बुधवार को प्रेस क्लब के लिए चिन्हित भूमि का जिला जनसंपर्क पदाधिकारी (डीपीआरओ) राहुल भारती ने मापी करवाई। मौके पर सहायक जनसंपर्क पदाधिकारी (एपीआरओ) अविनाश कुमार सिंह समेत कार्यालय के कर्मी उपस्थित थे।


डीपीआरओ के अनुसार, जिला प्रशासन ने पत्रकारों की सहूलियत को लेकर प्रेस क्लब के निर्माण को लेकर सकारात्मक पहल करने का निर्णय लिया है। प्रशासन द्वारा चिह्नित भूमि पर प्रेस क्लब निर्माण को लेकर जल्द ही तकनीकी स्वीकृति के साथ प्राक्कलन तैयार कर विभाग से आवंटन की मांग की जाएगी। इस हेतु कार्यपालक अभियंता भवन प्रमंडल बोकारो को पत्राचार किया जा रहा है। उपायुक्त के निर्देश पर जिला जनसंपर्क पदाधिकारी ने भवन प्रमंडल के कनीय अभियंता व टीम द्वारा चिन्हित भूमि का मापी करवाई। चास थाना के हरला मौजा में खाता संख्या 447, प्लॉट संख्या 5684, चास-हवाई अड्डा मोड़ मुख्य सड़क के सामने और पीछे चिह्नित भूमि का सीमांकन किया।


डीपीआरओ ने कहा कि वरीय पदाधिकारी भी चिह्नित भूमि का जल्द ही निरीक्षण करेंगे। उन्होंने कनीय अभियंता को चिह्नित भूमि में उग आईं झाड़ियां की साफ-सफाई का निर्देश दिया। बता दें कि बोकारो प्रेस क्लब के बैनर तले पिछले दिनों प्रिंट एवं इलेक्ट्रानिक मीडिया के एक प्रतिनिधिमंडल ने उपायुक्त कुलदीप चौधरी से मिलकर इस बाबत ज्ञापन सौंपा था। मौके पर जिला जनसंपर्क कार्यालय के इकाई लिपिक राकेश रंजन सिन्हा, आशुतोष कुमार आदि मौजूद रहे।

– Varnan Live Report.

Previous articleDPS Bokaro के प्राचार्य गंगवार ने फिर बढ़ाया झारखंड का मान, अब बैंकॉक में मिला अंतरराष्ट्रीय सम्मान
Next articleModi has long term vision for revival of Sanatan Dharma
मिथिला वर्णन (Mithila Varnan) : स्वच्छ पत्रकारिता, स्वस्थ पत्रकारिता'! DAVP मान्यता-प्राप्त झारखंड-बिहार का अतिलोकप्रिय हिन्दी साप्ताहिक अब न्यूज-पोर्टल के अवतार में भी नियमित अपडेट रहने के लिये जुड़े रहें हमारे साथ- facebook.com/mithilavarnan twitter.com/mithila_varnan ---------------------------------------------------- 'स्वच्छ पत्रकारिता, स्वस्थ पत्रकारिता', यही है हमारा लक्ष्य। इसी उद्देश्य को लेकर वर्ष 1985 में मिथिलांचल के गर्भ-गृह जगतजननी माँ जानकी की जन्मभूमि सीतामढ़ी की कोख से निकला था आपका यह लोकप्रिय हिन्दी साप्ताहिक 'मिथिला वर्णन'। उन दिनों अखण्ड बिहार में इस अख़बार ने साप्ताहिक के रूप में अपनी एक अलग पहचान बनायी। कालान्तर में बिहार का विभाजन हुआ। रत्नगर्भा धरती झारखण्ड को अलग पहचान मिली। पर 'मिथिला वर्णन' न सिर्फ मिथिला और बिहार का, बल्कि झारखण्ड का भी प्रतिनिधित्व करता रहा। समय बदला, परिस्थितियां बदलीं। अन्तर सिर्फ यह हुआ कि हमारा मुख्यालय बदल गया। लेकिन एशिया महादेश में सबसे बड़े इस्पात कारखाने को अपनी गोद में समेटे झारखण्ड की धरती बोकारो इस्पात नगर से प्रकाशित यह साप्ताहिक शहर और गाँव के लोगों की आवाज बनकर आज भी 'स्वच्छ और स्वस्थ पत्रकारिता' के क्षेत्र में निरन्तर गतिशील है। संचार क्रांति के इस युग में आज यह अख़बार 'फेसबुक', 'ट्वीटर' और उसके बाद 'वेबसाइट' पर भी उपलब्ध है। हमें उम्मीद है कि अपने सुधी पाठकों और शुभेच्छुओं के सहयोग से यह अखबार आगे और भी प्रगतिशील होता रहेगा। एकबार हम अपने सहयोगियों के प्रति पुनः आभार प्रकट करते हैं, जिन्होंने हमें इस मुकाम तक पहुँचाने में अपना विशेष योगदान दिया है।

Leave a Reply