बोकारो ः सेल के सेवानिवृत्त कर्मी भयानक साजिश का शिकार बनाये जा रहे हैं। सेल की स्कीम के तहत जिन सेवानिवृत्त कर्मियों ने अपना इलाज करवाया है, एम डी इन्डिया नामक बीमा कम्पनी द्वारा उनकी बीमारी के इलाज की बीमा राशि का भुगतान नहीं किया जा रहा है। इसके कारण सेवानिवृत्त कर्मियों को भयानक परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। इसी बात को लेकर शुक्रवार को सेल के सेवानिवृत्त कर्मियों का गुस्सा फूट पड़ा। उन्होंने बोकारो के सेक्टर-1 स्थित एम डी इन्डिया टीपीए प्राइवेट लिमिटेड के कार्यालय के समक्ष धरना देते हुए जोरदार प्रदर्शन किया और अधिकारियों के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।
आंदोलन का नेतृत्व कर रहे राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी से संबद्ध राष्ट्रवादी इस्पात मजदूर संघ के महामंत्री रणधीर सिंह ने कहा कि एम डी इन्डिया के माध्यम से जिनकी बीमारियों का इलाज हुआ है, उन्हें अब रोना पड़ रहा है। उन्होंने बताया कि सेलकर्मियों का स्वास्थ बीमा, न्यू इंडिया इंश्योरेंस के टीपीए – एम डी इंडिया प्राइवेट लिमिटेड के अंतर्गत कवर है। एम डी इंडिया ने अपने लगभग सभी बीमा धारकों को कैशलेस इलाज के लिए कंपनी का कार्ड जारी किया है और दूसरी तरफ अपने उन्हीं कार्ड धारकों का इलाज कर रहे अस्पताल के इलाज का खर्च, बिना किसी उचित कारण के रोक रखा है। टीपीए द्वारा इलाज खर्च का भुगतान अभी तक नहीं किए जाने पर सभी कार्डधारी मरीज (सेलकर्मी) आक्रोशित हैं। ऐसे बहुत सारे वृद्ध और लाचार लोग इसका कारण जानने टीपीए के कार्यालय जा पहुंचे। सभी बुजुर्गों को आक्रोशित रूप में देखते ही और अपनी कंपनी का दोष समझते हुए कंपनी के स्थानीय पदाधिकारी भाग खड़े हुए। वहां मौजूद कनीय कर्मचारियों को बुजुर्गों की शिकायत से रूबरू होना पड़ा। जनहित के मुद्दों पर कंपनी की पलायनवादी नीति के विषय पर कंपनी के पुणे स्थित प्रधान कार्यालय में सीईओ समीर भोंसले सहित अन्य पदाधिकारियों के साथ कई बार वार्ता हुई। उन्होंने सेल कर्मियों के सभी वादों का भुगतान करने एवं भविष्य में किसी तरह की शिकायत न आने का आश्वासन दिया था, परंतु अस्पताल को सेलकर्मियों के इलाज का खर्च भुगतान नहीं किए जाने से बेचारे बुजुर्ग व अन्य लोग लाचार हो चुके हैं।
बिना जांच के ही होता है बड़े अस्पतालों का भुगतान
दूसरी तरफ कंपनी द्वारा समुचित इलाज की भावना से दूर चापलूस, मिली-जुली साजिश करने वाले बड़े अस्पताल का अनुचित बिल बिना किसी जांच के भुगतान कर दिया जाता है। उक्त जानकारी देते हुए राष्ट्रवादी इस्पात मजदूर संघ के महामंत्री रणधीर सिंह ने कहा कि निश्चित तौर पर एमडी इंडिया के प्रधान कार्यालय एवं अन्य संबद्ध की साजिश के साथ ऐसा किए जाने की संभावना बलवती प्रतीत होती है। यदि भविष्य में अविलंब इस विषय पर सकारात्मक पहल करते हुए एम डी इंडिया द्वारा समुचित कदम नहीं उठाया गया तो हम सेलकर्मी कंपनी के खिलाफ किसी स्तर तक आंदोलनात्मक रवैया अख्तियार करने पर बाध्य होंगे और इस क्रम में होने वाली किसी भी तरह की क्षति-पूर्ति के लिए एमडी इंडिया टीपीए प्राइवेट लिमिटेड (कंपनी) पूरी तरह जिम्मेवार होगी।
– Varnan Live Report.